संवाददाता , योगेश यादव
शहर की ट्रैफिक व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल उठ खड़ा हुआ है जब सिविल लाइन क्षेत्र में पुलिस का स्टीकर लगा ई‑रिक्शा यात्रियों को धड़ल्ले से ढोता मिला। भारी जाम और बैथरतीब यातायात का सामना कर रहे आम नागरिक इस दृश्य से नाराज़ हैं।
घटना का विवरण और नागरिकों की प्रतिक्रिया
- स्थान: सुल्तानपुर, सिविल लाइन
- मुद्दा: ई‑रिक्शा पर ‘पुलिस’ का स्टीकर लगा हुआ था, जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि यह वाहन अधिकार का गलत प्रयोग कर रहा है।
- नागरिकों का आरोप:
- जाम के समय स्कूलों के आसपास ट्रैफिक पुलिस गायब रहती है।
- ट्रैफिक इंस्पेक्टर राम निरंजन केवल चार-पहिया वाहन से औपचारिक गश्त करते दिखते हैं, जबकि सड़क पर सिर्फ एसआई और गार्ड ही मौजूद रहते हैं।
- सड़क पर मौजूद ट्रैफिक पुलिस का अभाव ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन को बढ़ावा देता है।
सुल्तानपुर में ई‑रिक्शा और ट्रैफिक संबंधी व्यापक समस्याएँ
अव्यवस्थित संचालन और जाम
सुल्तानपुर के कई संवादों में यह देखा गया कि अनियंत्रित ई‑रिक्शा संचालन से ट्रैफिक जाम बनता है।
Live Hindustan की रिपोर्ट के अनुसार, नगर कोतवाली क्षेत्र (रोडवेज स्टेशन के पास) ई‑रिक्शा चालकों का संचालन अनियंत्रित है, और ट्रैफिक पुलिस, होमगार्ड या पीआरडी जवान मूकदर्शक बने रहते हैं—सिर्फ तब सक्रिय होते हैं जब अधिकारियों के वाहन आते हैं।
रूट उल्लंघन और नियंत्रण की कमी
बल्दीराय क्षेत्र में ई‑रिक्शा चालकों द्वारा निर्धारित रूट का पालन न करना, और ट्रैफिक व्यवस्था को बाधित करना आम बात है।
इसके अलावा, पहले से तय रूट और कोड का उल्लंघन भी व्यापक समस्या है।
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नागरिकों की नाराज़गी और सोशल प्रतिक्रियाएँ
Reddit जैसे सोशल मंचों पर लोग ई‑रिक्शा की अव्यवस्था और ट्रैफिक अधिकारियों की गैर-प्रतिक्रिया को लेकर शिकायतें कर रहे हैं:
यह सटीक दर्शाता है कि केवल सुल्तानपुर नहीं, बल्कि अन्य शहरों में भी ट्रैफिक नियमों की अवहेलना और जिम्मेदार शासन की कमी को लोगों निंदनीय मानते हैं।
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News Time Nation Sultanpur का विश्लेषण
- प्रशासनिक उदासीनता और नियमों का दमन लेता है जब पुलिस स्वयं का प्रतीक लगा वाहन संचालन हो।
- सार्वजनिक भरोसा टूटता है—जब वाहन स्टीकर लगाकर चल सकता है और नियमों को दरकिनार कर सकता है।
- अगर ट्रैफिक प्रहरी मैदान में नहीं, तो सड़क पर वैधता और शांति बनाए रखना मुश्किल हो जाता है।
आगे क्या-क्या होना चाहिए?
समस्या | प्रस्तावित समाधान |
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फर्जी पुलिस पहचान | ऐसे वाहनों की तुरंत पहचान कर अग्रिम कार्रवाई |
ट्रैफिक गश्त अभाव | स्कूल और मुख्य जंक्शन पर पदस्थ पुलिस बल |
रूट नियमन और पंजीकरण | स्टीकर, रूट कोड और पंजीकरण प्रणाली की ऑनलाइन निगरानी |
अवैध वसूली | पारदर्शी शुल्क व्यवस्था और शिकायत पोर्टल |
निष्कर्ष
सुल्तानपुर में ट्रैफिक निरीक्षण की कमजोरियों, अव्यवस्थित ई‑रिक्शा संचालन और पुलिस प्रतीक का गलत इस्तेमाल मैत्रीपूर्ण सरकार‑जनता संबंधों को कमजोर करता है। News Time Nation Sultanpur निवेदित करता है कि प्रशासन नियमन और जागरूकता बढ़ाकर शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाए—नहीं तो यह शहर की सुविधा से खिलवाड़ जैसा है।
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