यूपी में अगले साल होने वाले असेंबली चुनाव (UP Assembly Election 2022) को लेकर राजनीतिक पार्टियों में घमासान तेज होता जा रहा है. पीएम नरेंद्र मोदी ने बलरामपुर (Balrampur) में सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का उद्घाटन (Saryu Canal Project Inauguration) करते हुए विपक्षी पार्टियों पर व्यंग्य के तीर छोड़े. उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट के चालू हो जाने से करीब 30 लाख किसानों को फायदा होगा. उनके भाषण के कुछ देर बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार पर पलटवार किया.
‘यूपी की जनता समाजवादियों को देख रही’
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा, ‘यूपी की जनता समाजवादियों को देख रही है. हम यूपी की जनता को एक नई सरकार देने का काम करेंगे. यूपी में बीजेपी सरकार को पांच साल पूरे होने जा रहे है, अभी तक बीजेपी ने अपना संकल्प पत्र उठा कर नहीं देखा. किसानों की आय दोगुनी कब होगी. सरकार विज्ञापनबाजी में मोटा पैसा खर्च कर रही है लेकिन वो बताएं कि प्रदेश में कितने युवाओं को रोजगार मिला.’
‘बीजेपी सरकार पब्लिक पर कर रही अत्याचार’
अखिलेश (Akhilesh Yadav) ने कहा, ‘योगी सरकार ने अटल यूनिवर्सिटी की घोषणा की थी लेकिन आज तक उसकी बिल्डिंग का कहीं अता-पता नहीं है. वह यूनिवर्सिटी आज भी सपा सरकार के वक़्त बनी लोहिया यूनिवर्सिटी के नौवें फ्लोर पर चल रही है. एसपी ने युवाओं को लैपटॉप दिया. वहीं बीजेपी सरकार ने हाथरस में बेटी पर अत्याचार किया और लखीमपुर में किसानों पर जीप चढ़ाई. दोनों सरकारों में से किसने कितना काम किया, इसका फर्क साफ दिखाई देता है.’
‘गोरखपुर एम्स के लिए एसपी ने दी थी जमीन’
एसपी के अध्यक्ष ने कहा कि अगर उनकी सरकार ने गोरखपुर में जमीन मुहैया नहीं कराई होती तो वहां AIIMS नहीं बन पाता. कोरोना के पीक टाइम में जरूरतमंद लोगों की जिन अस्पतालों में मदद हुई, वे सभी समाजवादी सरकार के दौरान खोले गए थे. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी को काम करने की नहीं बल्कि फीता काटने की आदत है. बीजेपी और उसकी सरकार ने यूपी को पीछे कर दिया है.