समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है भाजपा झूठी पार्टी है। इसके वादे झूठे हैं। पिछले संकल्प पत्र के साथ नया संकल्प पत्र-2022 भी झूठ और सिर्फ झूठ का पुलिंदा है। भाजपा के वादे सिर्फ विज्ञापनों तक सीमित है, जमीन पर उसका कोई काम न तब नज़र आया न अब नज़र आने वाला है। पूरे पांच साल भाजपा सरकार ने सिर्फ समाज को बांटने में अपनी ताकत लगाई है। संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया है। जनहित में कोई विकास कार्य नहीं किया।
भाजपा के कोरे वादों से जनता ऊब गई है। वह अब भाजपा से निजात पाने के लिए मतदान की तारीखों का इंतजार कर रही है जब वह वोट की चोट से उसे सत्ता से बेदखल करेगी। जनता का भरोसा सिर्फ समाजवादी पार्टी पर है जिसकी कथनी-करनी एक समान है। समाजवादी सरकार के कामों को ही भाजपा ने अपना नाम और रंग देकर पूरा कार्यकाल बिता दिया है।
समाजवादी पार्टी ने जनकल्याण की दृष्टि से अपना समाजवादी वचन पत्र जारी करते हुए सत्य वचन और अटूट वादों के साथ फिर जता दिया है कि वह जनता की कसौटी पर खरा उतरने के लिए प्रतिबद्ध है। समाजवादी वचन पत्र में जनता को भरोसा दिया गया है कि समाजवादी सरकार बनने पर बेसिक शिक्षा के अध्यापकों को अपने घर से अधिकतम 100 किलोमीटर की दूरी पर तैनात किया जाएगा। महिला अध्यापकों को उनके गृह जनपद में ही तैनाती मिलेगी। 1090 वूमेन पावर लाइन को सशक्त किया जाएगा। इसके अंतर्गत ईमेल और व्हाट्सएप के जरिए एफआईआर की व्यवस्था होगी।
समाजवादियों का लक्ष्य बेहतर कानून व्यवस्था देना है। समाजवादी सरकार में पुलिस को जो प्रभावी रिस्पांस सिस्टम मिला था उसे भाजपा ने नाम बदल कर निष्क्रिय बना दिया। अगर गाड़ियां बढ़ गई होती तो कानून व्यवस्था ठीक हो जाती। सभी गांवों एवं कस्बों में ड्रोन सर्विलांस तथा सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था होगी।
समाजवादी सरकार बनने पर सभी महापुरूषों का सम्मान होगा। गोमती रिवर फ्रंट के किनारे सभी महापुरुषों को 5-5 सौ मीटर की जगह में उनकी प्रतिमाएं लगाकर सम्मान देंगे। इससे लोगों का अपने महापुरुषों से परिचय हो सकेगा। डायल 1890 मजदूर पावर लाइन की स्थापना की जाएगी। यह राज्य के भीतर और बाहर कार्यरत प्रवासी श्रमिकों, मजदूरों की समस्याओं का निदान करेगी। बुनकरों, जरदोजी कारीगर, बढ़ई, कुम्हार, नाविक, मोची, दर्जी, एवं अन्य असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों की मदद की जाएगी।
हेल्थ सेक्टर के मौजूदा बजट की समीक्षा कर इसे वर्तमान से तीन गुना ज्यादा किया जाएगा। यह राज्य के बजट का लगभग 10 फीसदी होगा। सभी गरीबों को उच्च कोटि की स्वास्थ्य सेवा देने के लिए कैशलेस स्वास्थ्य सर्विस की व्यवस्था होगी।
मीडिया कर्मियों एवं जमीनी स्तर के पत्रकारों के कल्याण के लिए राज्य आधारित मीडिया पॉलिसी लाई जाएगी। स्थानीय मीडिया कर्मियों को डिजिटल एवं फिजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर मुहैया कराने के लिए सभी तहसील कस्बों में मीडिया सुविधा केन्द्र बनाए जाएंगे। क्षेत्रीय मीडिया हब मीडिया सेक्टर में संगठित रोजगार सृजन के लिए विकसित किए जाएंगे। समाजवादी सरकार बनने पर युवा अधिवक्ताओं को आर्थिक सहायता, बड़े शहरों में उनके लिए ग्रुप हाउसिंग, न्यायालय परिसरों में अधिवक्ता चैम्बर एवं दुर्घटना एवं आकस्मिक मृत्यु की स्थिति में अधिवक्ता परिवारों को आर्थिक सहायता दी जाएगी।
सेवानिवृत्त आर्मी जवानों एवं अधिकारियों को लेकर टाइगर/वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन फोर्स गठित की जाएगी। समाजवादी सरकार शहीद पेंशन लागू करेगी। पूर्व सैनिकों को प्रापर्टी खरीदने पर स्टाम्प ड्यूटी शुल्क से मुक्त रखा जाएगा। शहीदों के बच्चों के लिए निःशुल्क शिक्षा की व्यवस्था की जाएगी। समाजवादी सरकार में सभी वरिष्ठ नागरिकों को मुफ्त बस यात्रा, सभी प्रमुख शहरों में छात्राओं के लिए राज्य बसों में मुफ्त बस यात्रा की सुविधा होगी।
सच तो यह है कि जिनके वादे जुमले हैं, बातें झूठी हैं और जो हर बार जनता को झांसा देते हैं, वे घोषणा पत्र निकालें, संकल्प पत्र या शपथ पत्र-उत्तर प्रदेश की जनता अब विश्वास नहीं करेगी। किसान लखीमपुर, महिलाएं हाथरस, युवा प्रयागराज, व्यापारी गोरखपुर और आम जनता कोरोना काल की मुसीबतों को कभी नहीं भूलेगी।