जैसा की आप सब जानते है की 1 अप्रैल से नया वित्तीय वर्ष शुरु होने वाला है।ऐसे में कुछ दिनो पहले पेश हुए वित्तीय बजट 2021 में कई सारी चीज़ो में बदलाव देखने को मिला। जहां एक तरफ जनता इस बजट से नाराज़ दिखाई दी वही दूसरी तरफ व्यापारियों को बजट 2021 से काफी ख़ुशी हुई है।
जिस तरह बजट 2021 जनता के उम्मीदों पर पानी फेरता नज़र आया है। उसी क्रम में आज एक और नयी बात सामने आयी है, जिससे नौकरीपेशा लोगो को एक बार फिर निराशा झेलनी पड़ेगी।
दरअसल बात ये है की बजट 2021 में हुए बदलाव के अनुसार नौकरीपेशा लोगो को अब इन हैंड(In Hand)काम सैलरी हाथ लगेगी और उनको मलने वाले PF में से अब ज्यादा रुपयों की कटौती होगी। आइये जानते है इसके बारे में विस्तार से –
मोदी सरकार हमेशा से ही अपने हैरान करने वाले निर्णय को लेकर जानी जाती है इसी तरह एक बार फिर मोदी सरकार ने नौकरी पेशा लोगो को हैरान कर दिया है।
मोदी सरकार ने सैलरी के नियमो में कुछ बड़े बदलाव किये है जिससे नौकरी करने वाले लोगो को कम सैलरी हाथ लगेगी।
अभी तक नौकरीपेशा लोगों के लिए देश में कुल 29 श्रम कानून थे। केंद्र सरकार ने बदलाव करते हुए अब इनकी संख्या 29 से 4 कर दी है।
ये कानून हैं-
- व्यावसायिक सुरक्षा कानून
- स्वास्थ्य और कार्य की स्थितियां
- औद्योगिक संबंध
- सामाजिक सुरक्षा कानून
एक अप्रैल से नए कानून लागू हो जाएंगे और एक मई की सैलरी पर इनका असर भी दिखना शुरू हो जाएगा।
मेडिकल इंश्योरेंस प्रीमियम और अन्य कटौतियों को 1 हजार माना गया है, जबकि यह हर कंपनी में अलग-अलग होता है।
यह कंपनी की सैलरी पॉलिसी और एंप्लॉय क्लास पर निर्भर करता है।
आइये जानते है क्या बदलाव हुए है नौकरीपेशा लोगो के लिए –
ओवरटाइम का समय होगा 15 मिनट
नए श्रम कानूनों के तहत अगर कर्मचारी निर्धारित समय से 15 मिनट ज्यादा काम करते हैं तो वह ओवरटाइम में गिना जाएगा। वर्तमान नियमों के मुताबिक निर्धारित समय से आधा घंटा अधिक काम करने पर कर्मचारी ओवरटाइम माना जाता है। जिसे अब 15 मिनट कर दिया गया है।
हफ्ते में ले सकेंगे तीन छुट्टियों
नए श्रम कानूनों के तहत कर्मचारियों को हफ्ते में अधिकतम 48 घंटे काम करने की सुविधा मिल सकती है। प्रस्ताव के तहत अगर कोई कर्मचारी चार दिनों में ही 48 घंटे काम कर लेता है तो उसे हफ्ते में तीन छुट्टियां दी जा सकती हैं। हालांकि इसके लिए कर्मचारी को अपने काम के घंटे 8 से बढ़ाकर 12 करने होंगे। अभी के नियमों के मुताबिक काम के घंटे 8 हैं और इस तरह हफ्ते में 6 दिन काम करना पड़ता है।
CTC(Company To Company)
CTC यानी आपके काम के ऐवज में कंपनी का कुल खर्च, यह आपकी कुल सैलरी होती है। इस सैलरी में आपकी बेसिक सैलरी तो होती ही है, इसके अलावा हाउस अलाउंस, मेडिकल अलाउंस, ट्रैवल अलाउंस, फूड अलाउंस और इंसेंटिव भी होता है। इन सबको मिलाकर आपकी टोटल सैलरी तय होती है, जिसे CTC कहा जाता है।
टेक होम सैलरी(Take Home Salary) या In Hand Salary
जब आपके हाथ में सैलरी आती है तो वह आपकी CTC से कम होती है। वजह- कंपनी आपकी CTC यानी कुल सैलरी से कुछ पैसा प्रोविडेंट फंड यानी PF के लिए काटती है, कुछ मेडिकल इंश्योरेंस के प्रीमियम के तौर पर काटती है और इसके अलावा भी कुछ मदों में कटौती की जाती है। इन सभी के बाद जो पैसा आपके हाथ में आता है, वह आपकी इन-हैंड सैलरी होती है।