अमेठी की हवां में सांस लेना दूभर !

अमेठी जिले के औद्योगिक क्षेत्र जगदीशपुर में भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स जैसी बेमिसाल फैक्ट्रियां लगी हुई है…जिससे जिले के लोगों को रोजगार मिलता है…लेकिन अब ये फैक्ट्री अमेठी जिले के लोगो के लिए दिक्कत का सबब बन गई है…यहां रहने वालो का आरोप है कि फैक्ट्री से निकलने वाला कूड़ा और उसकी बदबू से सांस लेना तक दूभर हो रहा है…और कोरोना के दौरान ये ज्यादा खतरनाक महसूस हो रहा है…
जैसा सभी जानते हैं कि अमेठी जिले के जगदीशपुर में भेल कंपनी है…और उस कंपनी के पीछे मौजूद है अशरफ गढ़ गांव…अशरफ गढ़ गांव कठौर ग्राम सभा में आता है…लेकिन आज कल ये लोग भेल कंपनी से बहुत ज्यादा परेशान हैं…आपके स्क्रीन पर दिख रहा ये धुआं फैक्ट्री का नही बल्कि उससे निकले कूड़े को जलाने से पैदा रहा है…ये धुआं हवा में तैरता हुआ करीब में मौजूद अशरफ गढ़ गांव तक पहुंचता है और वहां के लोगों की सांसों में जहर घोलता है…
गांव वालों का आरोप है कि कई बार मना करने के बावजूद फैक्ट्री से निकले कूड़े को ट्रकों के जरिये गांव के पास फेंक दिया जाता है…और जब कूड़े का ढेर ज्यादा हो जाता है तो उसे फैक्ट्री के कर्मचारी आग लगा देते हैं…आग लगने के बाद जलते हुए कूड़े से जहरीला बदबूदार धुआं उठता है तो हवा के जरिये गांव वालो की सांसों में घुल जात है…इलाकाई लोगों को डर है कि जिस तरह कोरोना महामारी लगातार लोगों की जिंदगी को निगल रही है उसमें ये कूड़े का धुआं उनकी जिंदगी के लिए अजाब ना बन जाए…
गांव वालों का साफ आरोप है कि इसमें प्रशासन का लापरवाही है…ग्रामीणों की माने तो जब किसानों को पराली जलाने पर जुर्माना देना प़ड़ता है तो भला इस तरह की फैक्ट्री से उठने वाले धुएं के लिए क्या कार्रवाई होगी

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