अमेठी में किसने गिराया प्राचीन सिद्ध मंदिर ?

भगवाधारी बुजुर्ग सीएम योगी और पीएम मोदी पर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं…बुजुर्ग का साफ कहना हैं की इस वक्त इनकी सुनने वाला कोई नहीं…अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर कौन सी ऐसी वजह आन पड़ी कि एक भगवाधारी शख्स ही सरकार की मुखालिफत में उतर आया है…तो जनाब आपको जानकर हैरानी होगी कि ये शख्स भी कोई आम इंसान नहीं बल्कि प्राचीन मंदर के पुजारी है…और इनका गुस्सा इसलिये फूट पड़ा है क्योंकि प्रशासनिक अधिकारियों ने 80 साल पुराने मंदिर को जमीदोज़ कर दिया…HH BLN19BLND 108 1537384272 1537384272
ये मामला अमेठी जिले के रामगंज थाना इलाके के बाजार भरतगंज का है…जहां आप देख सकते हैं बुल्डोजर के जरिये एक इमारत को तोड़ा जा रहा है…ये इमारत 80 साल पुराना मंदिर है…इस मंदिर की गलती सिर्फ इतनी है कि रोड चौड़ा होता चला गया और मंदिर सड़क पर आ गया…लेकिन कुछ वक्त पहले ही यूपी सरकार ने नियम लागू करते हुए कह दिया कि सड़क किनारे मौजूद मंदिर और मस्जिदों को तोड़ दिया जाएगा ताकि स़ड़क चौडी की जा सके…सरकार के आदेश के बाद यूपी में कई जगह मस्जिदों को गिरा दिया गया…और अब प्रशासन की नजरो में मंदिर भी खटकने लगे है…मंदिर के महंत के मुताबिक बिना किसी नोटिस के प्राशसनिक अधिकारी अचानक मौके पर पहुंच गए और मंदिर को बुल्डोजर के जरिये तोड़ने लगे…उन्होने रोकने की कोशिश की लेकिन किसी ने एक ना सुनी…मंदिर के खिलाफ हो रही इस तरह की कार्रवाई से मंदिर के महंत काफी नाराज हैं…उन्हें उम्मीद थी कि सूबे की गद्दी पर एक योगी आसीन हैं…जो किसी के साथ गलत नहीं होने देंगे…लेकिन ये सब तो बिल्कुल उल्टा हो रहा है…
जिस वक्त बुल्डोजर ने मंदिर को तोड़ना शुरु किया उस वक्त तेज बारिश हो रही थी…लिहाजा महंत का सारा सामान पानी में भीग गया…इसके बाद नाराज महंत ने बीच हाइवे पर तखत डाल दिया और उसपर बैठकर अनशन करने लगे…देखते ही देखते हाइवे पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया…लेकिन कुछ वक्त के बाद मौके पर पुलिस पहुंच गई और महंत को हटाते हुए हाइवे को खाली करवा दिया… फिलहाल मंदिर को पूरी तरह जमीदोज़ किया जा चुका है…जिससे इलाकाई लोगों में काफी आक्रोश है.

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