हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार कहे जाने वाले राजेश खन्ना के लाखों दीवाने हैं। एक दौर में इंडस्ट्री पर राज करने वाले राजेश खन्ना के प्रशंसकोंं में अमिताभ बच्चन भी शुमार हैं। अमिताभ बच्चन को करियर की शुरुआत में ही राजेश खन्ना संग काम करने का मौका मिल गया था। राजेश खन्ना और अमिताभ ने ‘आनंद’ और ‘नमक हराम’ में साथ काम किया था। लेकिन उस वक्त अमिताभ बच्चन एक्टिंग के मामले में इतने परिपक्व नहीं थे।
फिल्म ‘आनंद’ को लेकर एक बार अमिताभ ने एक किस्सा बयां किया था। उन्होंने बताया था- ‘जब मोहन स्टूडियो में आनंद की शूटिंग शुरू हुई, तब मुझे सबसे ज्यादा चिंता उस पल की थी, जब मुझे फिल्म के आखिरी सीन में दम तोड़ते हुए राजेश खन्ना को बोलने के लिए कहना था। एक्टिंग का कम अनुभव होने की वजह से जब मैं इस सीन को करने का तरीका नहीं खोज पाया। तब मैंने महमूद भाई की मदद ली, जिनके घर में मैं रुका हुआ था। मुझे अभी तक याद है कि उन्होंने क्या कहा था।’
अमिताभ बच्चन ने आगे कहा था- ‘महमूद भाई ने कहा था- अमिताभ तुम बस ये सोचो कि ”राजेश खन्ना की मौत हो गई है और तुम सीन ठीक से कर पाओगे”। ये एक्टिंग का कोई पाठ नहीं था। ये इस बात का सबूत था कि देश में राजेश खन्ना की मौजूदगी की क्या अहमियत थी। आखिरी सांस तक राजेश खन्ना को लोग इसी सम्मान से देखते थे। वक्त बदला लोग बदले, लेकिन राजेश खन्ना नहीं बदले।’