उत्तर प्रदेश अपराधों के मामले में दिन प्रतिदिन रिकॉर्ड तोड़ते जा रहा है, ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर देखने को मिला जहाँ एक स्कूली छात्रा के आधा जले होने एवं संदिग्ध परिस्थितियों में मिलने से हड़कंप मच गया है।
इससे साफ़ सिद्ध साबित होता है कि शाहजहांपुर जनपद में आज भी बेटियां सुरक्षित नहीं है। काहे के बने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान, कहां है भाई बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान और कहां है वह महिला सशक्तिकरण। यह शाहजहांपुर का सबसे दरिंदगी का मामला पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े करने को मजबूर करता है। पुलिस ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर तहकीकात शुरू कर दी है।
सवाल ये है की छात्रा का पिता उसे शहर के कॉलेज में छोड़ के गया था। फिर वह कॉलेज से 10 किलोमीटर दूर सड़क किनारे जली हालत में कैसे मिली?
जाने क्या है पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के जनपद शाहजहाँपुर के थाना तिलहर क्षेत्र के नगरिया मोड़ चौकी के पास शाम करीब छह बजे संदिग्ध परिस्थितियों में एक छात्रा जली हुई मिली। पुलिस ने उसे मेडिकल कॉलेज लाकर भर्ती कराया। जहां उसका इलाज शुरू किया गया। छात्रा के पास मोबाइल है लेकिन वह किसी से कुछ भी बता नहीं पा रही है।
उसे किसने जलाया? वह शहर के कॉलेज से 10 किलोमीटर दूर नगरिया मोड़ के पास कैसे पहुंच गई इस बारे में भी वह नहीं बता पा रही है। फिलहाल पुलिस अधीक्षक का कहना है कि जलालाबाद क्षेत्र की रहने वाली छात्रा को उसका पिता शहर के कॉलेज में छोड़ जाता था और 3:30 बजे लेने आता था लेकिन आज जब मैं उसे लेने आया था छात्रा नहीं मिली।
खोजबीन करने के बाद भी छात्रा का कुछ पता नहीं चला। मेडिकल कॉलेज में छात्रा के भर्ती होने के बाद इसकी सूचना पिता को मिली तो पिता परिवार सहित वहां आ गया और उसने पूरे घटनाक्रम की एक तहरीर दी है। पुलिस अधीक्षक का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। इधर प्रश्न उठता है कि एसएस कॉलेज में पढ़ने वाली एक छात्रा आखिर 10 किलोमीटर दूर सड़क किनारे कैसे पहुंच गई और उसे किसने जलाया है।