बाबा केदारनाथ की धरती से पीएम नरेंद्र मोदी ने अयोध्या, मथुरा, काशी और सारनाथ में चल रहे कामों का जिक्र करते हुए कहा कि हमारी विरासत को पुराना गौरव वापस मिल रहा है। उन्होंने अयोध्या में दीपोत्सव के आयोजन का जिक्र करते हुए कहा कि भगवान श्रीराम की जन्मभूमि को सदियों बाद पुराना गौरव वापस मिल रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी ने एक तरफ सांस्कृतिक गौरव का जिक्र कर हिंदुत्व की अलख जगाई तो वहीं उत्तराखंड में सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यह उत्तराखंड का दशक है। बीते 100 सालों में जितने यात्री आए होंगे, उससे ज्यादा लोग अगले 10 सालों में ही आ जाएंगे।
आदिगुरु शंकराचार्य की प्रतिमा के अनावरण और बाबा केदारनाथ की पूजा अर्चना के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज देश के हर कोने में इस पवित्र माहौल के साथ लोग जुड़े हुए हैं। भले ही लोग सशरीर यहां नहीं पहुंचे हैं, लेकिन वर्चुअल माध्यम से लोग हमें आशीर्वाद दे रहे हैं। आप सभी शंकराचार्य की समाधि की पुनर्स्थापना के साक्षी बन रहे हैं। हमारा देश तो इतना विशाल है और इतनी महान ऋषि परंपरा है कि एक से बढ़कर एक तपस्वी आज भी भारत के हर कोने में आध्यात्मिक चेतना को जगाते रहते हैं।
पहाड़ के काम आएगी अब पानी और जवानी, गिनाए सरकार के काम
कोरोना न होता तो चारधाम यात्रा के लिए आने वाले यात्रियों की संख्या कहीं ज्यादा हो जाती। उत्तराखंड में पलायन रोकने के उपायों का जिक्र करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि अब पानी और जवानी दोनों पहाड़ के काम आएंगे। तीन साल बाद एक बार फिर से केदारनाथ धाम पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने जय बाबा केदार के उद्घोष से अपने भाषण की शुरुआत की।
जब भी यहां आता हूं, कण-कण से जुड़ जाता हूं
ऐसे अनेकों संत गण आज भी देश के हर कोने में हैं कि उनका नाम लेने में भी एक सप्ताह कम पड़ जाएगा। यदि कोई नाम छूट भी गया तो पूरी जिंदगी के लिए पाप के बोझ में दब जाऊंगा। पीएम नरेंद्र मोदी ने संतों को प्रणाम करते हुए कहा कि मुझे उम्मीद है कि वे जहां भी हैं, वहां से हमें आशीर्वाद देंगे। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं जब भी बाबा केदारनाथ धाम आता हूं तो यहां के कण-कण से जुड़ जाता हूं। यहां आकर ऐसी अनुभूति होती है कि उसके बारे में व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। दीपावली के मौके पर मैं सैनिकों के साथ था और आज तो मैं सैनिकों की ही धरती पर हूं।