गेल इंडिया की निरंतर CSR सेवा: माधव हैपी ओल्ड एज होम में स्वास्थ्य शिविर एवं सम्मान समारोह

प्रस्तावना

समाज की प्रगति केवल स्कूलों, सड़कों या उद्योगों से नहीं होती; उसमें “मर्यादा” और “सम्मान” की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। वरिष्ठ नागरिक, जो जीवन के अनेक पड़ाव पार कर आए हैं, उनके स्वास्थ्य और सम्मान की जिम्मेदारी हम सभी की है। इसी भावना से गेल इंडिया ने अपने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) के अंतर्गत सालों से माधव हैपी ओल्ड एज होम में स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया है, जहाँ निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण और दवाइयाँ वितरित की जाती हैं।

इस वर्ष भी, उसी नियमित सेवा भावना का प्रमाण मिला जब ऑक्सफोर्ड संस्थान के निदेशक डॉ. राज्यवर्धन शुक्ल ने इस सेवा में महत्वपूर्ण योगदान देने वाली टीमों, डॉक्टरों, फार्मासिस्ट, स्टाफ एवं सहयोगी संस्थाओं को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया।


आयोजन की झलक

स्वास्थ्य शिविर का उद्देश्य और प्रक्रिया

  • स्वास्थ्य परीक्षण: वरिष्ठ नागरिकों को विभिन्न तरह की जांच दी जाती है — ब्लड प्रेशर, शुगर, हृदय सम्बंधित समस्याएँ, दांतों की जांच, आंखों की जाँच आदि।
  • निःशुल्क दवाएँ: जो मरीज दवा कूपन या पैकेज से बाहर हो जाते हैं, उन्हें मुफ्त दवाइयाँ प्रदान की जाती हैं, जिससे उनके खर्च में राहत मिलती है।
  • स्वास्थ्य शिक्षा: बुज़ुर्गों और आश्रम प्रबंधन को सलाह‑परामर्श भी दिया जाता है कि कैसे नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और स्वच्छता बनाए रखी जाए।

सम्मान समारोह

  • इस साल की विशेष बात यह थी कि ऑक्सफोर्ड संस्थान ने डॉक्टर एवं टीम सदस्यों को सम्मानित किया, जिसमें शामिल थे:
    • डॉ० आलोक जी
    • डॉ० गोविंद जी
    • फार्मासिस्ट उपेंद्र जी
    • स्टाफ विनीता जी
    • सारथी धर्मेंद्र जी
  • ये सभी लोग गेल इंडिया की टीम का हिस्सा हैं जिन्होंने वर्षों से इस प्रकार के शिविरों में निरंतर सेवा की है।
  • समारोह में आराध्या ग्रुप (अगरबत्ती एवं धूपबत्ती निर्माण इकाई) ने भी सहभागिता की और विशेष रूप से टीम को सम्मानित किया।

भागीदारों की भूमिका

संस्था / व्यक्तिभूमिका / योगदान
गेल इंडियाइस CSR पहल का मुख्य प्रायोजक। शिविरों का आयोजन, डॉक्टरों एवं दवाइयों का इंतजाम।
डॉ राज्यवर्धन शुक्ल (ऑक्सफोर्ड संस्थान निदेशक)सम्मान देने वाले, अग्रणी भूमिका निभाई कि यह पहल सार्वजनिक हो और योग्य सम्मान मिले।
डॉ आलोक, डॉ गोविंद, फार्मासिस्ट उपेंद्र, स्टाफ विनीता, सारथी धर्मेंद्रबुज़ुर्गों की स्वास्थ्य देखभाल में प्रत्यक्ष योगदान।
आराध्या ग्रुपआयोजन में सहभागिता, समर्थन एवं मान्यता प्रदान की।
आश्रम प्रबंधनस्थानीय व्यवस्था, बुज़ुर्गों का समन्वय, स्वास्थ्य शिविरों की व्यवस्था।

सेवा का सामाजिक महत्व

  1. स्वास्थ्य पहुँच सुनिश्चित करना
    बुज़ुर्गों के लिए अस्पताल दूर हो सकते हैं, खर्चे ज्यादा हो सकते हैं — इस तरह की पहल उनकी स्वास्थ्य संबंधी देखभाल की पहुँच को आसान बनाती है।
  2. आर्थिक राहत
    मुफ्त दवाएं और जांच उनके लिए एक बड़ा सहारा हैं, खासकर जो पेंशन‑व्यवस्था या सीमित आय पर जी रहे हैं।
  3. सम्मान और आत्म‑सम्मान की भावना
    सम्मान समारोह से बुज़ुर्गों को महसूस होता है कि उन्हें भूला नहीं गया है। यह उनकी आत्म‑मूल्य को बनाए रखता है।
  4. समुदाय में विश्वास और जुड़ाव
    यह पहल स्थानीय समुदाय, CSR संस्थाओं और बूढ़ों के बीच भरोसा बढ़ाती है। साथ ही प्रेरणा देती है कि कौन‑कौन सी संस्थाएँ समाज के लिए काम कर सकती हैं।

चुनौतियाँ और सुझाव

इस तरह की CSR गतिविधियों की स्थिर सफलता के लिए कुछ चुनौतियाँ भी होती हैं, जिन्हें दूर किया जाना ज़रूरी है:

  • स्थायी स्वास्थ्य देखभाल योजनाएँ: सिर्फ एक‑दो शिविरों से काम नहीं चलता। नियमित मेडिकल चेक‑अप्स, आवश्यकता अनुसार फॉलो‑अप की व्यवस्था होनी चाहिए।
  • मानव संसाधन: अच्छे डॉक्टर, नर्स, फार्मासिस्ट की मौजूदगी। पिछले अनुभवों के आधार पर यदि स्टाफ अधूरा हो, तो कार्यक्रम प्रभावित हो सकते हैं।
  • दवाइयों की लगातार सप्लाई: भर्ती दवाइयाँ समय‑समय पर समाप्त हो सकती हैं; आवश्यक है कि स्थानीय स्तर पर दवा स्टॉक और वितरण सुनिश्चित किया जाए।
  • पर्यावरण और सुविधा: आश्रम में स्वच्छ‑सफाई, शेड या छत, बैठने की सुविधा, गर्मी‑ठंड से बचाव आदि अवस्थाएँ हों।
  • पारदर्शिता और भागीदारी: बुज़ुर्गों, आश्रम प्रबंधन और भागीदार संस्थाओं के बीच संवाद हो, फीडबैक लिया जाए, सुझावों को लागू किया जाए।

कार्यक्रम की प्रतिक्रिया

  • बुज़ुर्गों ने बताया कि इस तरह की पहलों से उन्हें यह एहसास होता है कि उनकी परवाह की जा रही है।
  • आश्रम प्रबंधन ने कहा कि गेल इंडिया की यह पहल न केवल उनकी स्वास्थ्य सेवा को बढ़ाती है, बल्कि बुज़ुर्गों को सांप्रदायिक समर्थन की भावना देती है।
  • आराध्या ग्रुप की भागीदारी ने सार्वजनिक‑निजी साझेदारी की मिसाल स्थापित की है।

क्षेत्रीय परिप्रेक्ष्य: औरैया में CSR की स्थिति

औरैया जिले में वरिष्ठ नागरिक योजनाएँ और कल्याण संबंधी कार्यक्रम समय‑समय पर चल रहे हैं। Senior Citizen Welfare Scheme, Old Age Pension इत्यादि सरकारी योजनाएँ उपलब्ध हैं।

इन पहलों की सफलता के लिए जरूरी है कि निजी उद्योग और CSR‑धारी कंपनियाँ सरकारी प्रयासों के साथ मिलकर काम करें। गेल इंडिया जैसी संस्थाएँ स्थानीय स्तर पर प्रभावी कार्य कर सकती हैं।


निष्कर्ष

News Time Nation Auraiya के अनुसार, गेल इंडिया की यह सेवा भावना निस्संदेह सराहनीय है। वृद्ध‑जनों के स्वास्थ्य, सम्मान और जीवन‑गुणवत्ता को बढ़ाने में इस तरह की कार्रवाइयाँ एक महत्वपूर्ण कदम हैं।

गेल इंडिया, ऑक्सफोर्ड संस्थान, आराध्या ग्रुप और आश्रम प्रबंधन को बधाई कि उन्होंने इस तरह की पहल को जीवंत रखा। उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में इस तरह की गतिविधियाँ और अधिक मजबूत हों, व्यापक हों, और बुज़ुर्गों के जीवन में सच्चे अर्थों में स्वास्थ्य और सम्मान लेकर आएँ।

Khursheed Khan Raju

I am a passionate blogger. Having 10 years of dedicated blogging experience, Khurshid Khan Raju has been curating insightful content sourced from trusted platforms and websites.

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