समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ जनता में जबरदस्त गुस्से से भयभीत योगी सरकार के मंत्रियों और भाजपा नेताओं की भाषा चुनाव के नजदीक आने के साथ ही अभी और ज्यादा अमर्यादित होगी। अखिलेश ने रविवार को सपा कार्यालय से गोंडवाना साइकिल यात्रा को रवाना करने के बाद संवाददाताओं के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि हताशा में बौखलाए भाजपा नेताओं की भाषा अभी और गंदी होगी। उन्होंने कहा कि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की साइकिल यात्रा गांव गांव जाकर योगी सरकार की नाकामियों से लोगों को अवगत कराएगी।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के समुदाय विशेष के लोगों को निशाना बनाने वाले बयान की ओर इशारा करते हुए अखिलेश ने कहा कि भाजपा, सिर्फ नफरत की राजनीति कर समाज में लोगों के बीच जाति और मजहब के आधार पर खाई पैदा कर रही है। अखिलेश ने मौर्य के जालीदार टोपी और लुंगी वाले बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, कि मुझे किसी के बयान पर कुछ नहीं कहना है, जहां तक पहनावे की बात है भाजपा ऐसा ही गंदी भाषा बोलती रहेगी। चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आएंगे, भाजपा के नेता अभी और भी गंदी भाषा का उपयोग करेंगे।
मौर्य का नाम लिए बिना अखिलेश ने तंज कसते हुए यह जरूर कहा, कि जिन्हें सरकार में बैठने के लिए कुर्सी और स्टूल तक नहीं मिला है, जिनके नाम की तख्ती उखाड़ कर फेंक दी गई वे लोग ऐसी भाषा बोल रहे हैं। उन्होंने (मौर्य) मुख्यमंत्री जी का पहनावा नजदीक से देखा होगा इसलिए ऐसी बातें बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि केशव मौर्य जी का झगड़ा विपक्ष के लोगों से नहीं है, उनका झगड़ा अपने अंदर के लोगों के साथ है। भाजपा के अंदर के लोगों से ही उनका झगड़ा है।
अखिलेश ने हाल ही में बजनौर में भाजपा विधायक द्वारा एक सड़क के उद्घाटन नारियल फोड़ते समय नारियल के बजाय सड़क टूटने की घटना का जक्रि करते हुए कहा कि भाजपा से पूछिए नारियल का टूटना शुभ होता है या फिर सड़क का टूटना शुभ होता है? उन्होंने कहा कि आज अगर भाजपा नेताओं से व्यापारी की आमदनी के बारे में पूछा जाएगा तो उनके पास कोई जवाब नहीं है। बेरोजगारी पर अगर कोई सवाल करेगा तो वे कोई जवाब नहीं दे पाएंगे। इस दौरान उन्होंने शक्षिक भर्ती के अभ्यर्थियों से भी मुलाकात कर उन्हें सपा सरकार बनने पर दो लाख से अधिक पदों पर रोकी गई भर्ती को शुरु कराने का आश्वासन दिया।