इसी लिस्ट ने कपूर का भी नाम शामिल है… कपूर का मुख्य इस्तेमाल पूजा के दौरान आरती में किया जाता है… कपूर में काफी तेज गंध होती है और यह एक अत्यंत ज्वलनशील पदार्थ है… लेकिन क्या आपको पता है की कपूर के कई और गाइड होते है, जिससे आप अपनी कई सारी बीमारियों सी छुटकारा पा सकते है…
आज के हमारे इस सेगमेंट में हम बात करने वाले है, कपूर के इन्ही बेजोड़ फायदा की…
कपूर रंगहीन, सफेद या पारदर्शी स्वरुप में चूर्ण या चौकोर आकृति का होता है… बहुत कम लोग जानते हैं कपूर का इस्तेमाल कई दवाइयां बनाने में भी किया जाता है… ये एक प्रकार का जमा हुआ उड़नशील सफेद तैलीय पदार्थ होता है… आयुर्वेद के कई ग्रंथों में पक्व, अपक्व और भीमसेनी तीन तरह के कपूर का जिक्र है… मुख्य रूप से दो तरह के कपूर प्रयोग में लाये जाते है… एक पेड़ों से प्राप्त होता है और दूसरा कृत्रिम रूप से रासायनिक प्रक्रिया द्वारा बनाया जाता है… प्राकृतिक कपूर को भीमसेनी कपूर कहा जाता है, और यह कृत्रिम कपूर की तुलना में भारी होता है… यही कारण है कि यह जल्दी पानी में डूब जाता है…. यह जल्दी उड़ता भी नहीं है… कई घरों में नारियल तेल और कपूर का एक साथ इस्तेमाल किया जाता है। यह आपकी सेहत के लिए भी फायदेमंद भी होता है… आयुर्वेद के अनुसार यह पाचक की तरह काम करता है और आंखों के लिए फायदेमंद है आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन कपूर के इस्तेमाल से आप सिरदर्द से भी छुटकारा पा सकते है… इसलिए आपको ह शुण्ठी, लौंग, कर्पूर, अर्जुन की छाल और सफेद चंदन को समान मात्रा में पीस कर लेप बनाना होगा और फिर इसे सिर पर लगाना होगा, इससे सिर दर्द जल्दी ठीक हो जाता है…
कपूर से आंखों की समस्याओं पर भी काबू किया जा सकता है… इसके लिए, आपको कपूर के चूर्ण को बरगद के दूध में पीसकर आंखों में काजल की तरह लगाना होगा… इतना ही नहीं
कपूर का प्रयोग त्वचा संबंधी रोगों से राहत दिलाने में भी किया जाता है, जैसे कि मुँहासे… कपूर में रोपण यानि हीलिंग का गुण होता है जो कि मुहांसों को जल्दी ठीक करने में सहायता करता है… साथ हि कपूर में शीतल और शोथ को कम करने वाला गुण होने के कारण यह मुँहासे वाली जगह की शोथ को कम कर मुहांसों को आने से भी रोकता है…
इसी के साथ ही कपूर
लू लगने पर भी उपयोग किया जाता है… लू लगने पर कपूर और नारियल के तेल के मिश्रण को शरीर पर लगाने या मसाज करने से जलन कम होती है साथ हि कपूर के इस्तेमाल से शरीर को शीतलता का एहसास होता है, जिससे लू के लक्षणों से राहत मिलती है…
आजकल तो कपूर को लौंग के साथ एक सूती कपड़े में बांध कर शर्ट के जेब या फिर एक ताबीज की तरह गले में भी लटका दिया जा रहा है… ऐसा इसीलिए ताकि आपके आस पास का वातावरण सेफ हो और आपको सांस संबंधी समस्याएं न हो…
कुल मिला कर कपूर केवल पूजा के लिए ही नही बल्कि आपके हर रोग को ठीक करने में कारगर है…