सुरक्षाबलों ने कश्मीर मेंं खून खराबे का मौका तलाश रहे चार आतंकियों को शनिवार को शोपिंयां और पुलवामा में हुए मुठभेड़ में मार गिराया। चारों आतंकी लश्कर-ए-तैयबा का हिट स्क्वाड कहे जाने वाले आतंकी संगठन टीआरएफ से जुड़े हुए थे। इनमें एक आतंकी 22 दिन पहले ही सक्रिय हुआ था। इससे पहले शुक्रवार अनंतनाग जिले के बिजबिहारा में हिजबुल मुजाहिदीन के कुख्यात आतंकी शहजाद अहमद सेह को ढेर किया गया था। यानी 24 घंटे में पांच आतंकी मारे जा चुके हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस को शुक्रवार की आधी रात के करीब जिला शोपियां के चौगाम में दो आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली। पुलिस ने उसी समय सेना की 44 आरआर और सीआरपीएफ की 14वीं वाहिनी के जवानों के साथ मिलकर आतंकियों को पकड़ने के लिए चौगाम में घेराबंदी शुरू की। सुबह चार बजे के करीब पुलिस ने जैसे ही तलाशी लेते हुए आगे बढ़ना शुरू किया, एक मकान में छिपे आतंकियों ने उन पर फायरिंग कर दी। जवानों ने खुद को बचाते हुए जवाबी फायर किया और मुठभेड़ शुरू हो गई। सुरक्षाबलों ने आतंकियों को कई बार सरेंडर का मौका दिया, लेकिन आतंकियों ने फायरिंग जारी रखी।
सुरक्षाबलों ने आतंकियों की फायरिंग के बीच ही उनके ठिकाने के आस-पास स्थित मकानों से अन्य लोगोंं को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया। आतंकी मुश्ताक लोन नामक ग्रामीण के मकान में थे। सुरक्षाबलों ने मुश्ताक के परिजनों को भी सुरक्षित निकाला। सुबह आठ बजे समाप्त हुई मुठभेड़ में दोनों आतंकी मारे गए। उनका ठिकाना बना मकान भी क्षतिग्रस्त हो गया। मारे गए आतंकियों की सज्जाद अहमद चक और बासित याकूब नजार के रूप में हुई है। सज्जाद जिला शोपियां के बरारीपोरा का रहने वाला था, जबकि बासित याकूब जिला पुलवामा के अच्छन का रहने वाला था। सज्जाद 14 अक्टूबर, 2020 को आतंकी बना था। वह सुरक्षाबलों ने ग्रेनेड हमले और तीन नागरिक हत्याओं में लिप्त था। बासित 22 दिन पहले इसी माह की दो तारीख को आतंकी बना था। आतंकी बनने से पहले वह बतौर ओवरग्राउंड वर्कर सक्रिय था। दोनों ही लश्कर ए तैयबा के हिट स्क्वाड टीआरएफ से जु़ड़े हुए थे।