पत्थर खनन आवंटन मामले में ऑफिस ऑफ प्रॉफिट केस का सामना कर रहे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को महागठबंधन के विधायकों में सेंधमारी का डर सता रहा है। महाराष्ट्र में हाल ही में शिवसेना में हुई टूट से सबक लेते हुए महागठबंधन के सभी विधायकों को कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ ले जाने का फैसला किया गया है। सूत्रों के मुताबिक, शाम 4:30 बजे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत सत्ताधारी खेमे के सभी विधायक विशेष विमान से रायपुर निकलेंगे।
यह फैसला ऐसे समय पर लिया गया है जब एक तरफ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सदस्यता रद्द होने की आशंका है तो दूसरी तरफ कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार बुरी तरह घिरी हुई है। एक तरफ दुमका में अंकिता हत्याकांड को लेकर सरकार पर सवाल उठ रहे हैं तो दूसरी तरफ पलामू में महादलितों पर हुए अत्याचार को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है।