टीवी एंकर अर्नब गोस्वामी को गिरफ्तार करने वाले अफसर सचिन वाझे को सस्पेंड करते हैं गिरफ्तार कर लिया गया है…कुछ वक्त पहले जो शख्स खाकी पहनकर आरोपियों को गिरफ्तार करता था आज वो इंसान खुद ही सलाखों के पीछे पहुंच गया…सचिन वझे की गिरफ्तारी को अर्नब गोस्वामी प्रकरण से जोड़ कर देखा जा रहा है हालाकि उनकी गिरफ्तारी मुकेश अंबानी के घर अंटीलिया के बाहर मिले विस्फोटक की वजह से हुई है…लेकिन सियासी गलियारों में हलचल कुछ और ही हैं…
मुंबई पुलिस के अफसर सचिन वझे को सस्पेंड कर दिया गया है…इसी के साथ शनिवार रात NIA ने उन्हें गिरफ्तार भी कर लिया..
अब NIA उन्हें PPE किट पहनाकर क्राइम सीन रीक्रिएट करेगी… 25 फरवरी को PPE किट पहने एक व्यक्ति का CCTV वीडियो सामने आया था, इसमें वह मुकेश अंबानी के घर के बाहर खड़ी विस्फोटक भरी स्कॉर्पियो के पास से गुजरता दिखा था… NIA को शक है कि यह वही व्यक्ति है, जिसने स्कॉर्पियो को अंबानी के घर के बाहर खड़ा किया था…आपको बता दे कि एंटीलिया के बाहर विस्फोटक मिलने के बाद से सभी जांच एजेंसियों के माथे की शिकन आ चुकी है…इस मामले में कई पुलिस अफसरों पर गाज गिरनी तय मानी जा रही है…काबिलेगौर है कि सचिन वझे के साथ काम करने वाले CIU के कुछ अधिकारी और कांस्टेबल को भी दूसरी बार NIA ने सोमवार को पूछताछ के लिए बुलाया… API रियाज काजी सीआईयू में सचिन वाझे के साथ काम करते थे एनआईए ने उन्हें भी तलब किया है…. NIA सूत्रों के मुताबिक इनोवा और स्कॉर्पियो के ड्राइवर का पता चल गया है…इतना ही नहीं जांच में सामने आया है कि दोनों सचिन वझे के करीबी थे… NIA की टीम सचिन वझे के ठाणे स्थित घर पर भी पूछताछ के लिए पहुंची थी और वहां से 2 मार्च से लेकर अब तक के CCTV फुटेज जब्त किए गए हैं…
सूत्रों के मुताबिक वझे कई करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं… उनकी पत्नी के नाम पर भी कोरोड़ो की प्रॉपर्टी होने का पता चला है…मुंबई पुलिस के असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वझे ने अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी लेकिन फिलहाल उनकी याचिका पर सुनवाई नहीं हुई है… वहीं शिवसेना ने सचिन वझे की गिरफ्तारी के बहाने केंद्र सरकार पर हमला बोला है… पार्टी के मुखपत्र सामना में शिवसेना ने केंद्रीय जांच एजेंसियों की कार्रवाई को लेकर सवाल उठाए हैं और इसे बदले की कार्रवाई करार दिया है…सामना में कहा गया है कि महाराष्ट्र सरकार ने वझे का ट्रांसफर करके पूरे मामले की जांच राज्य की एंटी टेररिज्म स्क्वाड यानी ATS को सौंपी थी… यह जांच चल ही रही थी कि केंद्र ने NIA को जांच के लिए भेज दिया…
इतनी जल्दी इसकी जरूरत नहीं थी…इतना ही नहीं सामना में आगे लिखा गया कि अर्नब गोस्वामी को गिरफ्तार कर उसे जेल भेजने से वझे भाजपा और केंद्र की हिटलिस्ट पर थे… मुंबई पुलिस की जांच पूरी होने तक केंद्रीय दस्ता रुकने को तैयार नहीं था…वहीं सुशांत मामले का जिक्र करते हुए सामना में लिखा गया कि मुंबई पुलिस ने बेहतरीन जांच की फिर भी केंद्र ने CBI को इस मामले में घुसाया। CBI ने भी कौन से दीये जलाए? वो भी हाथ मलते रह गए। कंगना रनोट ने गैरकानूनी काम किए फिर भी केंद्र सरकार और BJP उसके समर्थन में खड़े रहे।…आपक बता दे कि ये सारा मामला मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया से जुड़ा हुआ है जिसके बाहर कुछ दिनों पहले एक कार बरामद की गई थी जिसमें विस्फोटक भरे हुए थे…एंटीलिया के बाहर पुलिस का क़ड़ा पहरा रहता है बावजूद इसके इतनी बड़ी वारदात हो गई…इसी के बाद से जांच एंजेसियां मामले की तफ्तीश में जुटी हुई है…