तेजस्वी यादव के मॉल पर सीबीआई का छापा, जॉब स्कैम में बढ़ सकती है बिहार के डिप्टी सीएम की मुश्किल

बिहार विधानसभा में आज नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव सरकार फ्लोर टेस्ट में उतरने वाली है। इस बीच सीबीआई ने रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाले की जांच तेज कर दी है। इस मामले में आरजेडी के एमएलसी सुनील सिंह समेत 4 नेताओं के ठिकानों पर बिहार में छापेमारी की है। यही नहीं इस जांच का दायरा गुरुग्राम तक पहुंच गया है और तेजस्वी यादव के मॉल पर छापेमारी की गई है। क्यूब्स 71 मॉल पर छापेमारी के लिए सीबीआई की टीम पहुंची है और पड़ताल की गई है। सीबीआई के सूत्रों का कहना है कि इस मॉल के निर्माण में जॉब घोटाले से मिली रकम का इस्तेमाल किया गया है। कहा जा रहा है कि यह मॉल तेजस्वी यादव और उनके एक सहयोगी का है।

लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाले की सीबीआई जांच कर रही है। बुधवार सुबह ही सीबीआई ने पटना में आरजेडी के एमएलसी सुनील सिंह और सांसद फैयाज अहमद के घर पर भी छापेमारी हुई है। इस मामले में सीबीआई ने पटना, कटिहार और मधुबनी के अलावा दिल्ली में कई ठिकानों पर छापेमारी की है। इसके अलावा हरियाणा के गुरुग्राम में तेजस्वी यादव के मॉल पर रेड डाली गई है। कुल मिलाकर 25 ठिकानों पर केंद्रीय एजेंसी ने छापा मारा है। इसे लेकर सियासत भी तेज हो गई है और आरजेडी ने इसे भाजपा की खीझ बताया है।

तेजस्वी बोले- सदन में दूंगा जवाब, राबड़ी ने कहा हम नहीं डरते

बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी का कहना है कि हम इस तरह के छापों से डरते नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हमारे खिलाफ ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है। इसके अलावा तेजस्वी यादव ने सदन में ही इन छापों को लेकर जवाब देने की बात कही है। उन्होंने मीडिया से कहा कि आप लोग भी सदन में रहना। हम वहीं पर इन सभी बातों का जवाब देंगे। इसके अलावा आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि इसे ईडी, आईटी या सीबीआई का छापा कहना गलत है। यह भाजपा की ही रे़ड है। ये सभी एजेंसियां भाजपा के तहत ही काम करती हैं। इनके दफ्तर भाजपा की स्क्रिप्ट पर ही काम करते हैं।

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