कश्मीरी पंडितों की पीड़ा पर बनी फ़िल्म ‘द कश्मीर फ़ाइल्स’ से चर्चा में आए फ़िल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री ने कहा है कि ‘भोपाली’ का मतलब वही होता है जो उन्होंने कहा था.
एक साक्षात्कार में विवेक अग्निहोत्री ने कहा था कि वो भोपाल से हैं लेकिन ख़ुद को ‘भोपाली’ नहीं कहते हैं, ‘क्योंकि भोपाली का मतलब होता है होमोसेक्सुअल.’
अग्निहोत्री ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा था, “यूं समझो कि मैं भोपाल में बड़ा हुआ हूं लेकिन ख़ुद को भोपाली नहीं कहता क्योंकि इसका एक अलग कोनोटेशन (अर्थ) है, जो मैं कभी आपको अकेले में समझाऊंगा या किसी भोपाली से पूछ लेना, जो भोपाली हैं उसका मतलब जेनरली (सामान्य तौर) होता है कि ये होमोसेक्सुअल हैं. हां, नवाबी शौक वाला व्यक्ति.”
अब क्या बोले अग्निहोत्री
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे विवेक अग्निहोत्री से जब इस बयान पर सवाल पूछा गया तो पहले तो उन्होंने कहा कि उनके बयान को ग़लत संदर्भ में लिया गया है. इसके बाद समझाते हुए उन्होंने कहा कि ‘भोपाली’ का मतलब वही होता है जो उन्होंने कहा था, हालांकि अब भोपाली का मतलब बदल गया है और वो ख़ुद भी भोपाली हैं.
पत्रकारों के सवाल पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा, “ये इतना ज्यादा परेशान होने वाली बात नहीं है, एक किसी यार दोस्त के साथ बातचीत होती है, अलग-अलग तरह की बातचीत होती है, मैं दोस्तों के बीच बात कर रहा था जिसे हेडलाइन बनाकर पेश कर दिया गया.”
सवाल पूछने वाले पत्रकार पर ही सवाल उठाते हुए अग्निहोत्री ने कहा, “मैंने स्वयं आईआईएमसी से पत्रकारिता की पढ़ाई की है और अभी माखन लाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय की पावन धरती पर बैठा हूं. मैंने ये पढ़ा था कि पत्रकार का सबसे पहला कर्तव्य होता है रिसर्च करके फैक्ट सामने लाना और फिर नैरेटिव की बात करना. आपके सवाल में नैरेटिव पहले है और रिसर्च और फैक्ट नहीं हैं. आपको ये समझना चाहिए कि पूरा इंटरव्यू किस संदर्भ में था.”