सेक्युलर देश होने के बावजूद अमेरिका (US) की पहचान एक ऐसे देश के रूप में रही है, जहां पर ईसाई बहुमत में हैं और उनके समर्थन के बिना किसी भी पार्टी की सरकार नहीं बन सकती. हालांकि अब अमेरिका का एक शहर पूरी तरह मुस्लिम (Islam) बहुल हो गया है और वहां पर सिटी काउंसिल में चुने गए सभी मेंबर मुस्लिम हैं.
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक मिशीगन (Michigan) के हैमट्रैम्क शहर (Hamtramck City) का क्षेत्रफल करीब 5 वर्ग किलोमीटर है. वहां पर हाल ही में सिटी काउंसिल के मेंबर्स के चुनाव हुए हैं. जिनमें सभी सीटों पर मुस्लिम विजयी हुए हैं. 68 फ़ीसदी वोट हासिल करके अमीर ग़ालिब (41) अमेरिका में पहले यमन मूल के मेयर बने हैं.
सिटी काउंसिल में चुने गए सभी मेंबर मुस्लिम
यमन (Yemen) के एक गांव में पैदा हुए ग़ालिब 17 साल की उम्र में अमेरिका पहुंचे थे. उन्होंने हैमट्रैम्क (Hamtramck City) के पास कार के प्लास्टिक के पुर्जे बनाने वाली एक फ़ैक्ट्री में काम शुरू किया था. बाद में उन्होंने अंग्रेज़ी सीखी और मेडिकल ट्रेनिंग हासिल की. अब वो हेल्थकेयर क्षेत्र में काम करते हैं. उनके अलावा काउंसिल में बांग्लादेश मूल के 2, यमनी मूल के 3 और पोलैंड मूल की एक मेंबर भी चुनी गई हैं. ये सब मुस्लिम हैं. पोलिश मूल की पार्षद पहले ईसाई थी, लेकिन शहर में इस्लाम के बढ़ते प्रभाव की वजह से उन्होंने भी अपना मजहब बदल लिया.
यमन और बांग्लादेश मूल के लोगों की अधिकता
रिपोर्ट के मुताबिक इस शहर में 50 फीसदी से ज्यादा आबादी अब मुस्लिमों (Islam) की हो चुकी है. जिनमें यमन और बांग्लादेश मूल के लोगों की अच्छी खासी बहुलता है. हालांकि यह सब एकाएक नहीं हुआ है. दरअसल किसी जमाने में यह शहर अमेरिकी के कार उद्योग का केंद्र था. यहां जनरल मोटर्स के बड़े प्लांट थे. इसके चलते 20वीं सदी में पोलैंड से आकर यहां लोग बसते चले गए. वर्ष 1970 तक वहां पर 90 फीसदी लोग पोलिश मूल के थे.