मध्य प्रदेश में शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) के पेपर लीक होने के मामले में विवाद बढ़ता जा रहा है। सोशल मीडिया पर इसकी काफी चर्चा हो रही है। टीईटी परीक्षा के एक उम्मीदवार ने 25 मार्च को इस संबंध में बड़ा दावा किया था। अभ्यर्थी मदन मोहन डोहारे ने दावा किया था कि जब वो परीक्षा देकर भोपाल से वापस लौट रहे ते तब राजस्थान के धौलपुर के एक युवक ने उन्हें पेपर का स्क्रीनशॉट दिखाया। यह पेपर उन्हें लक्ष्मण सिंह ने दिया था। इसके बाद डोहारे ने सोशल मीडिया पर यह स्क्रीनशॉट शेयर किया था।
इसके बाद कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने मुख्यमंत्री के ओएसडी लक्ष्मण सिंह मकराम पर आरोप लगाया था कि वो इस पेपर लीक के पीछे हैं। व्यापमं घोटाले के व्हिलस्लिब्लोओर डॉक्टर आनंद राय ने भी इस मामले में मांग की थी कि सोशल मीडिया पोस्ट में जिस लक्ष्मण सिंह का जिक्र किया गया है वो कौन हैं…इसकी जांच होनी चाहिए।
इसके बाद रविवार को लक्ष्मण सिंह ने मिश्रा और राय के खिलाफ पुलिस के पास एससी/एसएसटी की धाराओं के तहत शिकायत दर्ज कराते हुए कहा था कि यह आरोप उनकी छवि धूमिल करने के लिए लगाए गए हैं। सोमवार को टीईटी परीक्षा के अभ्यर्थियों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बोर्ड ऑफिस के सामने प्रदर्शन किया और परीक्षा को रद्द करने की मांग की है।
नाम ना बताने की शर्त पर एक अभ्यर्थी ने कहा, यह स्क्रीनशॉट इस बात के सबूत हैं कि पेपप लीक हुआ था। परीक्षा केंद्र पर मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसों के इस्तेमाल की मनाही थी। तो फिर आखिर एजेंट को स्क्रीनशॉट कैसे मिला। यह सोच समझ कर किया गया घोटाला है और इसकी जांच होनी चाहिए। हम परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं।