बहराइच: मिहींपुरवा तहसील की ग्राम सभा मोतीपुर के वन कर्मियों का एक कदम ऐसा रहा जिसके अंतर्गत बिना नोटिस जारी किए किसी का घर तोड़ना उस वक्त महंगा साबित हुआ जब लोगों का जबरदस्त विरोध देखने को मिला। लोगों का आरोप है की वन कर्मचारी 20 से 25 गार्ड के साथ एक घर को जल्द से जल्द खली करने की बात कहने लगे। और काफी समय तक अभद्र भाषा का प्रयोग भी किया।
साथ ही चेतावनी दी गई की अगर घर खली नहीं हुए तो 45 घरों को बुलडोजर से गिरा देंगे । यहां सवाल है की यहां ग्राम में इस जमीन पर वर्षो से लोग बसे हैं, जमीन पर 1980 में इंदिरा आवास बना , जब आवास बना था आखिर तब वनआधिकारी निर्माण रोकने क्यों नहीं आये. अब आज उनको बिना नोटिस जारी किए कैसे उजाड़ सकते हैं ?
इन्ही सभी सवालों और मांगों के साथ कल महिलाएं एवं पुरुष मोतीपुर वन वेरियल पर धरना प्रदर्शन करने लगे . धरना प्रदर्शन से आवागमन बंद हुआ तो मिहींपुरवा तहसील के उप जिला अधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी, मोतीपुर थाने के सिपाही और दरोगा ने आकर मौके पर धरने पर बैठी महिला से वार्तालाप की । बात करते समय उप जिला अधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने सभी को अवशासन दिया की इस घटना का हम बारीकी से जांच कराएंगे और सभी लोगों को न्याय दिया जाएगा । यहां समाजवादी पार्टी के तमाम नेता भी पहुचं गए और पीड़ित परिवारों का साथ देने लगे ।