कांग्रेस ने इस बार टिकट दावेदारों के लिए नए नियम बना दिए हैं। पहले की तरह टिकट लेना आसान नहीं होगा। पार्टी हाईकमान टिकट दावेदारों की शक्ति को परखेगा। उसके बाद ही उन्हें टिकट दिए जाने पर विचार किया जाएगा। टिकट के दावेदारों को संबंधित विधानसभा क्षेत्र में 10 हजार सदस्य बनाने होंगे। पांच सदस्यीय 25 टीमों का भी गठन करना होगा। उसके बाद ही उनके आवेदन पर विचार किया जाएगा।
कांग्रेस इस बार फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। पहले टिकट लेने वालों को परखा जा रहा है। टिकट के लिए आवेदन करते समय 11 हजार रुपये का शुल्क पहले ही जमा करना होता है। अब पार्टी ने प्रत्याशी बनाए जाने से पहले क्षेत्र में उसकी ताकत को भी परखने के लिए नए निर्देश जारी कर दिए हैं। इसके लिए उसे अपने क्षेत्र में 10 हजार नए सदस्य बनाने होंगे। साथ ही पांच सदस्यीय 25 टीमें भी बनानी होंगी।
इन 25 सदस्यीय टीमों की सूची को टीम लीडर के नाम और मोबाइल नंबर के साथ पीसीसी, केंद्रीय कंट्रोल रूम को उपलब्ध कराया जाएगा। टिकट के लिए आवेदन करने वाले को 25 सदस्यीय टीमों के लिए एक प्रभारी भी नियुक्त करना होगा। प्रभारी का नाम और मोबाइल नंबर भी उपलब्ध कराना होगा। वहीं प्रत्येक सदस्यता टीम 15 दिन के विशेष अभियान के दौरान 250 नए सदस्य बनाएंगी।
कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष उपेंद्र सिंह ने बताया कि न्याय पंचायतों और वार्डों में सदस्यता अभियान टीमें भी गठित की जाएंगी। नए और पुराने सदस्यों के घरों पर स्टीकर भी लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इन टीमों को हर घर तक प्रतिज्ञा वचन पत्र वितरण की भी जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने बताया कि टिकट के दावेदार अपना पक्ष मजबूत करने के लिए पदयात्राएं भी निकाल रहे हैं।