होमगार्ड विभाग अब दिव्यांग और दिवंगत होमगार्डों के आश्रितों को पांच-पांच लाख रुपये देगा। विभाग ने प्रदेश भर से 400 पात्र होमगार्ड चिह्नित किए हैं। इनमें 40 दिव्यांग हैं। बाकी दिवंगत हैं। शासन ने विभाग को 25 करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि दे दी है। विभाग के उच्च अधिकारियों ने छह दिसम्बर को होमगार्ड विभाग के 59वें स्थापना दिवस पर पात्रों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा यह चेक देने की अनुमति मांगी है।
होमगार्ड मुख्यायल के अफसरों के मुताबिक बीते साल विभाग के 58वें स्थापना दिवस मुख्यमंत्री ने दिवंगत और एक पूरा अंग दिव्यांग होने वाले जवानों को पांच-पांच लाख रुपए दिए जाने का ऐलान किया था। इससे पहले दिवंगत जवानों को बीमा के जरिए आर्थिक मदद दिए जाने की व्यवस्था थी। बीमा कम्पनी इतनी छानबीन और पड़ताल करती थी कि कुछ ही जवानों को एक से ड़ेढ लाख रुपए बमुश्किल मिल पाता था। दिव्यांगों को कुछ नहीं मिलता था।
बीमारी से मौत पर भी लाभ मिलेगा
डीआईजी रणजीत सिंह के मुताबिक इसका लाभ घर व ड्यूटी के दौरान दिवंगत हुए विभाग के हर जवान को मिलेगा। उसकी मौत चाहे बीमारी से हुई है या हादसे से। पूर्ण दिव्यांग होने पर जवान को भी इसका लाभ मिलेगा। बशर्ते होमगार्ड विभाग से बाहर न किया गया हो। साथ ही उसकी आयु 60 साल के भीतर होनी चाहिए।