गोरखपुर नगर निगम में 32 गांव के शामिल होने के बाद वार्डों की संख्या 70 से बढ़कर 80 हो गई है। नए दस वार्डों के साथ ही पुराने 40 वार्डों का नया नाम रखा गया है। यानी नगर निगम में 80 में से 50 वार्ड नए नाम से पहचाने जाएंगे। अलीनगर, तुर्कमानपुर से लेकर मिया बाजार वार्ड का नाम बदल दिया गया है। वहीं वार्डों का नाम फिराक गोरखपुर, राम प्रसाद बिस्मिल से लेकर मत्स्येन्द्र नाथ के नाम से किया गया है।
मोहद्दीपुर में सिख समुदाय की अधिक आबादी को देखते हुए इसका नाम भगत सिंह वार्ड कर दिया गया है। तुर्कमानपुर का नाम अब शहीद अशफाक उल्लाह नगर तो वहीं जटेपुर का नाम विश्वकर्मा पुरम बौलिया कर दिया गया है। महेवा वार्ड को अब कान्हा उपवन नगर तो रसूलपुर वार्ड को अब महाराणा प्रताप वार्ड के नाम से जाना जाएगा। दिलेजाकपुर इलाके के मोहल्लों को अब महात्मा ज्योतिबा फुले नगर, तो वहीं दिवान बाजार इलाके को बेनीगंज के नाम से जाना जाएगा। महेवा से सटे गांव को मिलाकर देवी प्रसाद नगर नाम से वार्ड का गठन किया गया है।
बंधु सिंह और फिराक के नाम पर वार्ड
इलाहीबाग का नाम भी बदल दिया गया है। इस वार्ड को अब बंधू सिंह वार्ड से जाना जाएगा। वहीं दाउदपुर और बिलंदपुर इलाके के मोहल्लों को मिलाकर रघुपति सहाय फिराक नगर वार्ड का गठन किया गया है। इसी तरह जाफरा बाजार वार्ड का नाम अब आत्माराम नगर कर दिया गया है। मिया बाजार वार्ड को अब माया बाजार नाम से जाना जाएगा। इसी तरह भेड़ियागढ वार्ड का नाम विष्णुपुरम कर दिया गया है। हांसपुर का नाम बदल कर श्रीराम चौक और तिवारीपुर का नाम बदल की महर्षि दधीचि नगर वार्ड कर दिया गया है। इसी तरह मिर्जापुर वार्ड को शिवनगर तो चक्सा हुसैन वार्ड का नाम संत झूले लाल नगर करर दिया गया है।
नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने बताया कि परिसीमन के प्रारूप को शासन ने मंजूरी दे दी है। निगम में शामिल 10 वार्डों के साथ अन्य वार्डों का नया नामकरण किया गया है। वार्डों के नाम महापुरुषों और स्थानीय लोगों के मांग पर किया गया है। अब इसे लेकर आपत्तियां मांगी जाएंगी। आपत्तियों का निस्तरण कर परिसीमन को मंजूरी दे दी जाएगी।