इस बुजुर्ग महिला का नाम सुनीता वाजयपेयी है…सुनीता वाजपेयी आज इस दुनिया में बिल्कुल अकेली रह गई…उन्हें उम्मीद थी कि उनका बेटे चंद्र प्रकाश उनके बुढ़ापे का सहारा बनेगा लेकिन अफसोस लॉकडाउन से शुरु हुई बेरोजगारी और आर्थिक तंगी से हार कर चंद्र प्रकाश ने मौत को गले लगा लिया…
इस शख्स का नाम चंद्र प्रकाश वाजपेयी उर्फ चंदू है…चंदू का वजूद आज इस तस्वीर में ही सिमट कर रह गया है…चंदू अपने पीछे रोती बिलखती बुजुर्ग मां को छोड़ गया…परिवार के मुताबिक पहले लॉकडाउन और फिर शुरु हुई आर्थिक तंगी से चंदू काफी परेशान रहते थे…और जब ये परेशानी हद से गुजर गई तो चंदू ने ये खौफनाक कदम उठा लिया…
दरअसल ये मामला लखनऊ में शहादतगंज कोतवाली के मौजूद चौपटियां इलाके के खेत वाली गली का है…जहां 37 साल के चंद्र प्रकाश उर्फ चंदू अपनी बुजुर्ग मां के साथ रहते थे…चंदू चिकनकारी का काम करते थे जो लॉकडाउन शुरु होते ही बंद हो गया…काम बंद हुआ तो चंदू की आर्थिक स्थिति तंग होने लगी…इधर चंदू की बुजुर्ग मां जैसे तैसे दूसरों के घरों में काम करके घर का खर्च चला रही थी…बुजुर्ग मां की हालत देखकर चंदू धीरे धीरे अवसाद में जा रहे थे…फिर आया वो दिन जब चंदू ने अपनी जिंदगी का सबसे खौफनाक कदम उठा लिया…बुजुर्ग मां के मुताबिक वो किसी काम से घर से निकली थी…लेकिन जब वो वापस लौटी तो घर का दरवाजा बंद था…आवाज देने के बावजूद दरवाजा नहीं खुला…जिसपर मां ने मोहल्ले वालों को बुलाया…मोहल्ले के कई लोगों ने मिलकर काफी मशक्कत के बाद दरवाजे को तोड़ दिया…लेकिन जब वो दरवाजा टूटा तो सामने का मंजर देखकर सभी के पैरों तले जमीन खिसक गई क्योकि सामने चंद्र प्रकाश उर्फ चंदू की लाश लटक रही थी…चंदू की लाश देखते ही मां के पैरों तले जमीन खिसक गई…
बुजुर्ग मां के सामने जवान बेटे की लाश लटक रही थी…उनपर मानों बिजली टूट पड़ी हो…मोहल्ले वालों ने ही मामले की जानकारी पुलिस को दी…जिसके बाद चौपटिया चौकी इंचार्ज संतोष कुमार और दीवान अर्शी खान मौके पर पहुंच गए…और मामले की तफ्तीश शुरु की…हर किसी का बस ये ही कहना था कि चंदू कि किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी…वो बस पैसों की तंगी और लॉकडाउन से शुरु हुई बेरोजगारी से परेशान था…
पुलिस ने कुछ देर में ही पंचनामा भरते हुए लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया…सूत्रों के मुताबिक चंदू को उम्मीद थी कि लॉकडाउन खुल जाएगा तो वो दोबारा काम पर चला जाएगा…लेकिन 30 मई को हुई सरकारी घोषणा के हिसाब से लखनऊ में लॉकडाउन नहीं खुला…जिससे चंद्र प्रकाश उर्फ चंदू काफी परेशान हो गया… चंदू आर्थिक तौर पर काफी परेशान था…लेकिन किसी को ये नहीं पता था आखिर चंदू इतना बड़ा कदम उठा लेगा.