लखनऊ. उत्तर प्रदेश के डीजीपी मुकुल गोयल ने आज शनिवार को राजधानी लखनऊ स्थित हजरतगंज कोतवाली का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान थाने के दस्तावेज के रख-रखाव, गंदगी और महिला डेस्क के कार्य को लेकर नाराजगी जताते हुए संबंधित अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई. इस दौरान मौके पर मौजूद लखनऊ के पुलिस कमिश्ननर डीके ठाकुर को हजरतगंज इंस्पेक्टर के खिलाफ जांच कराकर उन्हें हटाने का निर्देश दिया है. इस दौरान DGP ने एक ओर जहां पुलिस अधिकारियों के अपना सीयूजी नंबर भी न उठाने को लेकर नाराजगी जताई है, तो वहीं दूसरी ओर 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में आयोजित किसान महापंचायत को लेकर भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाने का दावा किया है.
हजरतगंज थाने के औचक निरीक्षण के बाद DGP मुकुल गोयल ने बताया कि हजरतगंज थाने के निरीक्षण के दौरान काफी कमियां मिली हैं. हजरतगंज थाने के रिकार्ड्स और रख-रखाव बिल्कुल ठीक नहीं है. जिन्हें सुधारने की जरूरत है. मुझे ऐसा लग रहा कि इंस्पेक्टर साहब इसमें पर्याप्त रुचि नही ले रहे हैं. इसलिए मेरा पुलिस कमिश्नर को सुझाव है कि कम से कम इन्हें यहां से शिफ्ट कर इनकी जांच कराएं. जो महिला हेल्प डेस्क है, वह पूरी तरह से महिलाओं के लिए होनी चाहिए. अगर कोई अकेली महिला थाने आती है, तो उसकी किसी भी तरह की शिकायत महिला डेस्क पर दर्ज होनी चाहिए. लेकिन मैंने देखा कि वहां पर सिर्फ मोबाइल गुमशुदगी लिखे जाने के अलावा और कोई काम नहीं हो रहा है. इस थाने में वैसे ही जगह कम है, उसके बावजूद गंदगी रहेगी तो बैठने की जगह और कम हो जाएगी. जिससे कार्य क्षमता भी प्रभावित होती है.