कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों ने लखीमपुर खीरी में रविवार को उस हेलीपैड पर कब्जा जमा लिया जहां थोड़ी देर बाद डिप्टी सीएम केशव मौर्या और केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी का हेलीकॉप्टर उतरने वाला था। किसानों के इस विरोध के चलते प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। उन्होंने किसानों को मनाना शुरू कर दिया। लेकिन मिली जानकारी के अुनुसार किसान अभी तक मौके पर ही जमे हैं। उनकें हाथों में भारतीय किसान यूनियन के झंडे और काले झंडे हैं।
लखीमपुर खीरी के तिकुनिया स्थित महाराज उग्रसेन इंटर कालेज में यह विरोध प्रदर्शन हुआ है। कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने यहां बने हेलीपैड पर कब्जा जमा लिया। पिछले 26 सितम्बर को भी किसानों ने लखीमपुर खीरी में केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्रा को काले झंडे दिखाए थे। केंद्रीय मंत्री वहां एक जनसभा को संबोधित करने जा रहे थे। जनसभा में उन्होंने खुद के विरोध को गलत ठहराते हुए कहा था कि किसानों के अगुआ प्रधानमंत्री मोदी का सामना नहीं कर पा रहे हैं। आंदोलन को दस महीने हो चुके हैं।
केंद्रीय मंत्री ने काले झंडे दिखाने वालों को सख्त चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि कृषि कानून को लेकर सिर्फ 10-15 लोग शोर मचा रहे हैं। अगर कानून इतना गलत है तो अब तक पूरे देश में आंदोलन शुरू हो जाना चाहिए था।