“देश में लोकतंत्र की मजबूती के लिए चल रहे वोट चोरी रोको अभियान को आजाद अधिकार सेना ने समर्थन दिया है।”
नई दिल्ली | 15 अगस्त 2025 –वोट चोरी रोको अभियान , देश में लोकतंत्र की मजबूती और नागरिक अधिकारों की रक्षा के लिए चलाए जा रहे “वोट चोरी रोको” अभियान को आजाद अधिकार सेना ने पूर्ण समर्थन देने का ऐलान किया है। आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी को पत्र भेजकर इस अभियान को समर्थन देने की बात कही।
अमिताभ ठाकुर ने अपने पत्र में लिखा कि राहुल गांधी, कांग्रेस और इंडिया गठबंधन द्वारा वोट चोरी से जुड़े गंभीर और संगीन तथ्यों को उजागर कर देश की बड़ी सेवा की गई है। उन्होंने कहा कि लोगों में वोट चोरी को लेकर लंबे समय से चर्चा चल रही थी, लेकिन ठोस प्रमाणों के अभाव में यह आरोप किसी भी रूप में साबित नहीं हो पा रहा था।
राहुल गांधी की पहल और प्रेस वार्ता
राहुल गांधी द्वारा वोट चोरी रोको अभियान हाल ही में आयोजित प्रेस वार्ता ने इस मुद्दे को नई दिशा दी। प्रेस वार्ता में वोट चोरी के सबूतों को सार्वजनिक किया गया और चुनाव आयोग सहित संबंधित प्राधिकरणों को कार्रवाई करने की अपील की गई।
अमिताभ ठाकुर ने पत्र में कहा,
“राहुल गांधी की प्रेस वार्ता और उसके बाद सामने आए तथ्यों ने वोट चोरी के आरोप को पूरी तरह स्थापित कर दिया है। लोकतंत्र के दृष्टिकोण से यह अत्यंत गंभीर मामला है, जिसे अनदेखा नहीं किया जा सकता।”
“इस तरह, देशवासियों को सक्रिय होकर वोट चोरी रोको अभियान में भाग लेना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि वोट चोरी को रोकना केवल एक राजनीतिक आवश्यकता नहीं है, बल्कि यह देशवासियों के अधिकारों और लोकतंत्र की मजबूती के लिए आवश्यक कदम है।
आजाद अधिकार सेना का समर्थन
“अमिताभ ठाकुर ने कहा कि वोट चोरी रोको अभियान सिर्फ राजनीतिक मुद्दा नहीं, बल्कि लोकतंत्र की सुरक्षा का माध्यम है।”
अमिताभ ठाकुर ने स्पष्ट किया कि आजाद अधिकार सेना इस अभियान को हर संभव समर्थन देगी। इसके अंतर्गत संगठन के सदस्यों और समर्थकों से अपील की जाएगी कि वे अपने स्तर पर जागरूकता अभियान चलाएं और लोगों को वोट चोरी के खिलाफ सजग रहने के लिए प्रेरित करें।
साथ ही, उन्होंने कहा कि संगठन कानूनी मार्गों और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का पालन करते हुए इस मुद्दे को आगे बढ़ाएगा। किसी भी तरह की हिंसा या अवैध गतिविधियों को बढ़ावा नहीं दिया जाएगा, बल्कि यह अभियान सजग और शांतिपूर्ण तरीकों से लोकतंत्र की रक्षा करने का प्रयास है।
वोट चोरी: देश के लिए चुनौती
वोट चोरी रोको अभियान प्रक्रियाओं में अनियमितताएं लोकतंत्र के लिए गंभीर चुनौती हैं। आम जनता अपने मताधिकार का उपयोग करके देश की दिशा तय करती है। अगर वोट चोरी होती है, तो न केवल लोकतंत्र प्रभावित होता है, बल्कि लोगों का विश्वास भी राजनीतिक संस्थाओं पर टूटता है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि हाल ही में सामने आए मामले यह दर्शाते हैं कि मतदाता जागरूक होने के बावजूद कई बार उनके मत का सही इस्तेमाल नहीं हो पाता। ऐसे में वोट चोरी रोको अभियान जैसी पहल जरूरी है।
अमिताभ ठाकुर की टिप्पणी
अमिताभ ठाकुर ने पत्र में आगे कहा कि इस अभियान का समर्थन करना केवल राजनीतिक समर्थन नहीं है, बल्कि यह देश के लोकतंत्र और नागरिक अधिकारों की रक्षा का नैतिक दायित्व है। उन्होंने कहा:
“आज का भारत लोकतंत्र की परंपराओं को संजोने वाला देश है। यदि हम वोट चोरी जैसे मामलों को नजरअंदाज करेंगे, तो आने वाली पीढ़ियों के लिए लोकतंत्र कमजोर होगा। हम इस अभियान को मजबूत बनाकर यह संदेश देना चाहते हैं कि लोकतंत्र में हर मत की गिनती होती है।”
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जनता की भूमिका
अमिताभ ठाकुर ने जनता से भी अपील की है कि वे इस अभियान में सक्रिय भाग लें। मतदाता केवल वोट डालकर ही लोकतंत्र में योगदान नहीं देते, बल्कि उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि उनका वोट सुरक्षित और सही तरीके से गिना जाए।
साथ ही, उन्होंने कहा कि जनता को शिक्षित और जागरूक नागरिक बनना होगा। केवल राजनीतिक दलों की जिम्मेदारी नहीं है कि वे वोट चोरी को रोकें; बल्कि प्रत्येक नागरिक को इस दिशा में सजग रहना होगा।
आगे की रणनीति
आजाद अधिकार सेना इस अभियान को आगे बढ़ाने के लिए कई रणनीति बना रही है:
- जागरूकता अभियान: विभिन्न राज्यों और जिलों में संगठन के कार्यकर्ताओं द्वारा लोगों को वोट चोरी और मतदान अधिकार के महत्व के बारे में बताया जाएगा।
- कानूनी कदम: चुनाव आयोग और संबंधित अधिकारियों के पास वोट चोरी के सबूत भेजकर उचित कार्रवाई की मांग की जाएगी।
- लोकतांत्रिक समर्थन: शांतिपूर्ण रैलियों, संवाद और प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अभियान का समर्थन जारी रहेगा।
- समाजिक मीडिया अभियान: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर वोट चोरी रोको अभियान को बढ़ावा दिया जाएगा और लोगों को इस मुद्दे पर सजग किया जाएगा।
विश्लेषकों की राय
राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि इस अभियान से चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ेगी। विश्लेषकों का कहना है कि जब चुनाव में अनियमितताएं सामने आती हैं, तो मतदाता का भरोसा डगमगा सकता है। ऐसे में वोट चोरी रोको अभियान जैसे प्रयास लोकतंत्र की मजबूती और नागरिक अधिकारों की रक्षा के लिए जरूरी हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि अमिताभ ठाकुर जैसे समाजसेवी और राजनीतिक नेता यदि इस दिशा में सक्रिय होते हैं, तो आम जनता भी इस आंदोलन में शामिल होगी।
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