प्रवतर्न निदेशायल (ईडी) ने दिल्ली में हुए कथित शराब घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कर लिया है। इसके बाद मंगलवार को जांच एजेंसी ने दिल्ली, मुंबई, हरियाणा और तेलंगाना में दो दर्जन से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की है। इस मामले से जुड़े लोगों ने बताया कि सीबीआई की तरह ईडी ने भी दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को मुख्य आरोपी बनाया है।
पहचान उजागर ना किए जाने की इच्छा जाहिर करते हुए अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी कई ऐसे लोगों और इकाइयों के ठिकानों पर चल रही है, जिनमें शराब वितरक, बिचौलिए, लाइसेंस होल्डर आदि शामिल हैं। प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट (पीएमएलए) के तहत मनी ट्रेल (पैसा कहां से कहां गया) से जुड़े सबूत तलाशे जा रहे हैं। शराब नीति में कथित अनियमितता को लेकर 17 अगस्त को सीबीआई की ओर से दर्ज किए गए एफआईआर को ईडी ने टेक ओवर कर लिया है।
समीर महेंद्रू समेत ये भी रडार पर
आरोप है कि मनीष सिसोदिया के एक करीबी दिनेश अरोड़ा को जोरबाग स्थित इंडोस्प्रिट ग्रुप के एमडी समीर महेंद्रू ने 1 करोड़ रुपए दिए थे। इसके अलावा गुरुग्राम के एक व्यक्ति को भी 2-4 करोड़ रुपए दिए। अधिकारी ने बताया कि चूंकि ईडी ने सीबीआई केस को अपने हाथ में लिया है इसलिए मनी लॉन्ड्रिंग जांच में भी मनीष सिसोदिया का नाम आरोपी के रूप में है। जांच एजेंसी ने नौ लोगों का नाम एफआईआर में दर्ज किया है, जिनमें दिनेश अरोड़ा, विजय नायर, मनोज राय, (पेरनोड रिकार्ड के वॉइस प्रेजिडेंट), समीर महेंद्रू (इंडो स्प्रिट के एमडी), एक वितरक अमनदीप ढाल, ब्रिंडको सेल्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर, एक थोक विक्रेता, अमित अरोड़ा, बड्डी रिटेल प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर, एक खुदरा विक्रेता सन्नी मारवाह, पोंटी चड्ढा ग्रुप में भी डायरेक्टर, तेलंगाना निवासी अरुण पिल्लई और गुरुग्राम निवासी अरुण पांडे का नाम शामिल है।
कई लेनदेन पर ED की नजर
सिसोदिया के अलावा तीन आबकारी विभाग के तीन अधिकारियों पूर्व एक्साइज कमिश्नर अरवा गोपी कृष्ण, पूर्व डेप्यूटी कमिश्नर आनंद तिवारी, और असिस्टेंट कमिश्नर पंकज भटनागर का नाम भी शामिल है। एंटी करप्शन एजेंसी ने 17 अगस्त को अपनी एफआईआर में दो ट्रांजैक्शन का जिक्र किया है। समीर महेंद्रू से सिसोदिया के करीबी दिनेश अरोड़ा को एक करोड़ रुपए का ट्रांसफर और महेंद्रू की ओर से गुरुग्राम निवासी अरुण पांडे को विजय नायर की तरफ से 2-4 करोड़ रुपए का ट्रांसफर, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि कुछ और लेनदेन की भी जांच की जा रही है। बताया जाता है कि नायर कई सालों से आम आदमी पार्टी से जुड़े हुए हैं।