महाराष्ट्र में इन दिनों गणेश पूजा की धूम है। आम से खास तक इस त्योहार को बड़े ही धूमधाम से मनाता है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के आवास पर गणपति बप्पा की प्रतिमा स्थापित की गई है। इतना नहीं सीएम खुद भी दूसरे नेताओं के घर दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। सीएम एकनाथ शिंदे की इस ‘गणपति कूटनीति’ ने राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा कर दी है। इसने कई अटकलों को जन्म दिया है।
एकनाथ शिंदे इस दौरान शिवसेना के कई दिग्गजों के घर भी पहुंचे। उन्होंने मनोहर जोशी और उद्धव ठाकरे के पीए मिलिंद नार्वेकर सरीखे नेताओं के घर पर गणपति का आशीर्वाद लिया। इसके अलावा शिंदे एमएनएस चीफ राज ठाकरे और केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता नारायण राणे जैसे शिवसेना के पूर्व नेताओं के घर भी दर्शन किए।
उद्धव ठाकरे गुट की तरफ से भी इस तरह की डिप्लोमेसी देखने को मिली, जिसका नेतृत्व पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने किया। उन्होंने शिवसेना के कई विधायकों और पूर्व नगरसेवकों के घरों का भी दौरा किया।
एकनाथ शिंदे ने राणे के घर का दौरा करने के बाद कहा, “मैं आज यहां दर्शन के लिए आया हूं। मुलाकात के दौरान कई पुरानी यादें ताजा हो गईं। उन्होंने (नारायण राणे) मुझे मुख्यमंत्री रहते हुए के अपने अनुभव बताए। आखिर यह आम लोगों की सरकार है। आम लोगों के लिए क्या अच्छा किया जा सकता है, इसकी चर्चा हुई। बालासाहेब ठाकरे और आनंद दीघे की यादों को जीवंत किया गया। क्या हर बार राजनीतिक रूप से बात करना जरूरी है? हमने कुछ भी राजनीतिक चर्चा नहीं की है। यह शिष्टाचार भेंट थी। मैं गणपति दर्शन के लिए आया था। कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई है। हमने पहले बालासाहेब के साथ काम किया है। उनके नेतृत्व में काम करते हुए हम इस मुकाम पर पहुंचे हैं।”