राज्यसभा चुनाव को लेकर महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच सियासी खींचतान जारी है। इसी बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने शिवसेना उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करने के लिए कवायद तेज कर दी है। खबर है कि पार्टी ने समाजवादी पार्टी को अपने पक्ष में लाने में भी सफलता हासिल कर ली है। खास बात है कि राज्य में महाविकास अघाड़ी सरकार बनाने में सपा ने भी मदद की थी।
पार्टी प्रमुख शरद पवार से लेकर उप मुख्यमंत्री अजीत पवार और बेटी सुप्रिया सुले तक शिवसेना के दूसरे उम्मीदवार की जीत के लिए दम भर रहे हैं। बुधवार को राकंपा ने सपा के दो वोट हासिल करने के लिए नेता अबु आजमी को तैयार कर लिया था। हालांकि, पहले आजमी ने कहा था कि राज्यसभा चुनाव में वह एमवीए के लिए मतदान नहीं करेंगे, क्योंकि उनकी पार्टी से किए गए वादे पूरे नहीं हुए।
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से लिखा गया कि अजीत पवार ने आजमी को मनाने में बड़ी भूमिका निभाई है। इसके अलावा राकंपा नेतृत्व की तरफ से सपा प्रमुख अखिलेश यादव से भी संपर्क साधा गया। रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने फोन पर एमवीए को वोट देने के लिए कहा है। आजमी ने सीएम के आधिकारिक आवास पर एक बैठक की थी।
बैठक के बाद उन्होंने इस बात की पुष्टि की थी कि सपा ने दो वोट एमवीए को देने का फैसला किया है। उन्होंने डिप्टी सीएम पवार को ‘बात का सच्चा’ बताया था। रिपोर्ट के अनुसार, एनसीपी नेताओं का कहना है कि पवार ने बहुजन विकास अघाड़ी नेता हितेंद्र ठाकुर से भी बात की है। ठाकुर ने जानकारी दी थी कि पवार ने फोन पर उनसे बात की और शिवसेना उम्मीदवार को वोट देने के लिए कहा।
वहीं, दो दिन पहले सुले ने चंद्रपुर से निर्दलीय विधायक किशोर जोर्गेवार से मुलाकात कर उन्हें शिवसेना को समर्थन देने के लिए तैयार कर लिया। इससे पहले निर्दलीय विधायक का कहना था कि उनके जैसे एमवीए को समर्थन देने वाले विधायक नाराज हैं, क्योंकि सरकार में मंत्री कमीशन के बगैर विकास परियोजनाओं को मंजूरी नहीं दे रहे थे। उन्होंने दावा किया था कि निर्दलीय विधायक एमवीए को वोट नहीं देंगे।