विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के मौके पर काशी में जुटे बीजेपी शासित राज्यों के आठ मुख्यमंत्री और तीन उप मुख्यमंत्री पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ सपत्नी अयोध्या पहुंचे हैं। वहां वे सरयू घाट पर पूजा कर रहे हैं। अयोध्या पहुंचे जेपी नड्डा ने एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में कहा, ‘मन में एक तमन्ना थी कि भव्य राम मंदिर बने और आज खुशी की बात है कि करोड़ों भारतवासियों का सपना पूरा हो रहा है। हम काशी आए थे। वहां हम सब की इच्छा थी कि हम राम लला के दर्शन करें इसलिए हम यहां आए हैं।
अयोध्या पहुंंचने पर मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘मेरा सौभाग्य है कि रामलला की जन्मभूमि के अब फिर से दर्शन होंगे। राम मंदिर निर्माण के बाद पहली बार यहां आने का अवसर प्राप्त हुआ। सब सुखी, निरोग रहे और सबका मंगल हो। बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि, प्रभु श्री राम की नगरी अयोध्या में आकर मैं अभिभूत हूं। पीएम मोदी ने जिस प्रकार से अयोध्या की पुरानी विरासत को एक गौरव प्रदान किया, ये हमारे देश के लिए गर्व की बात है।
उन्होंने कहा,”मन में एक तमन्ना थी कि भव्य राम मंदिर बने और आज खुशी की बात है कि करोड़ों भारतवासियों का सपना पूरा हो रहा है। हम काशी आए थे तो हम सब की इच्छा थी कि हम राम लला के दर्शन करे इसलिए हम यहां आए हैं।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा, ‘अयोध्या पहुंचकर मुझे बेहद अच्छा लग रहा है।’ गोवा के सीएम प्रमोद सावंत ने कहा कि मैं रामलला के दर्शन के लिए यहां आया हूं। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और राम मंदिर बनने के बाद यहां पर्यटन और भी ज़्यादा बढ़ेगा।
1991 में एक साथ आए थे बीजेपी के चार सीएम
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा राममंदिर निर्माण को लेकर 2019 में सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद वह पहली बार अयोध्या आए हैं। इसके पहले राम मंदिर आंदोलन के दौर में वर्ष 1991 में उत्तर प्रदेश सहित चार राज्यों म.प्र., राजस्थान व हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्रियों का यहां एक साथ दौरा हो चुका है लेकिन तब और अब की परिस्थितियां पूरी तरह से भिन्न हैं। वह दौर संघर्ष का था तो अब उन सभी चुनौतियों से उबर कर नया इतिहास रचने का समय है। अयोध्या के नये इतिहास में इन मुख्यमंत्रियों के एक साथ आने से एक अलग तरह का इतिहास बन गया है।