सुल्तानपुर पुलिस एक बार फिल सवालों के घेरे में है…पुलिस कस्टडी में एक शख्स को पुलिस ने इस कदर पीटा कि उसकी मौत हो गई…पहले तो महकमा इस मामले को दबाने में जुटा हुआ था लेकिन आलाधिकारियों की जांच में मामले का खुलासा हो गया…
सुल्तानपुर जिले में रहने वाले राजेश कोरी का वजूद आज इन तस्वीरो में ही सिमट कर रह गया है…राजेश कोरी आज इस दुनिया में नहीं है और इसकी हत्या करने का आरोप भी किसी गैंगस्टर या माफिया पर नहीं बल्कि पुलिस पर लगा है…जी हां लॉकअप के अंदर ही राजेश कोरी को मौत के घाट उतार दिया गया…और वो भी पीट पीट कर…दरअसल सुल्तानपुर के कुड़वार थाना इलाके के जगदीशपुर गांव में रहने वाले राजेश कोरी पर लड़की को भगा ले जाने का आरोप था… आपको बता दें कि राजेश कोरी पहले से ही शादी शुदा था और उसके दो बच्चे भी है…पुलिस ने तफ्तीश शुरु की और परिवार पर दबाव बनाना शुरु कर दिया आखिरकार 20 दिन बाद राजेश वापस आ गया और साथ में नाबालिग लड़की भी…पुलिस ने तुरंत ही राजेश को गिरफ्तार कर हवालात में डाल दिया…हवालात में राजेश को इस कदर पीटा गया कि उसी मौत हो गई…वहीं परिवार को बताया गया कि राजेश की तबीयत खराब लेकिन परिवार के अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई…
राजेश की मौत ने पुलिस को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है…वहीं राजेश कोरी की पत्नी के मुताबिक जब वो खाना लेकर गई थी तो राजेश बिल्कुल ठीक थे लिकन कुछ वक्त के बाद फोन पर उन्हें हालत बिगड़ने की खबर दी गई…पत्नी का कहना है कि उनके पति की तबीयत बिल्कुल ठीक थी…लेकिन कुछ वक्त के बाद ही उनकी मौत हो गई…वहीं राजेश कोरी की मौत के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप हुआ है…जिले के तेज तर्रार एसपी डॉ. विपिन कुमार मिश्रा ने खुद मामले पर संज्ञान लिया और कार्रवाई करते हुए कुड़वार थानाध्यक्ष अरविंद पांडेय उप निरीक्षक शस्त्राजीत प्रसाद, मुख्या आरक्षी बृजेश कुमार सिंह और पहरे पर तैनात होमगार्ड को सस्पेंड कर दिया दया है…
इसके बाद परिवार ने हंगामा करते हुए लाश का अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया…देखते ही देखते कई संगठनों के लोग जिला अस्पताल पहुंच गए… इसकी जानकारी जब प्रशासन को हुई तो मौके पर एसडीएम सदर रामजी लाल, सीओ सिटी राघवेंद्र चतुर्वेदी, सीओ लंभुआ सतीश चंद्र शुक्ल और तहसीलदार जितेंद्र गौतम भी पहुंच गए…सभी अधिकारियों ने जिला अस्पताल की मॉर्च्युरी से शव को पोस्टमॉर्टम कराने से पहले बाहर निकाला और उसके कपड़े हटाकर शरीर की जांच की… जांच में पाया गया कि शरीर पर पिटाई के निशान हैं…जिससे ये साफ हो गया कि राजेश कोरी को पुलिस हिरासत में जमकर पीटा गया है जिससे उसकी मौत हो गई… पोस्टमॉर्टम के बाद शव जगदीशपुर गांव पहुंचा तो परिवार में कोहराम मच गया… जिसके बाद जिला प्रशासन भी हरकत में आ गया…परिवारीजनों ने निलंबित थानाध्यक्ष अरविंद पांडेय, एसआई संजय यादव और सिपाही बृजेश के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया… आपको बता दें कि कुड़वार थाने में दिसंबर 2019 में भंडरा परसुरामपुर निवासी महेंद्र निषाद की भी मौत हुई थी… महेंद्र का पत्नी से अक्सर झगड़ा होता रहता था… एक दिन झगड़े के बाद महेंद्र की पत्नी मायके चली गई थी, जिसकी शिकायत उसने थाने पर की थी, जिसके बाद पुलिस महेंद्र को थाने उठा ले गई… देर शाम उसकी हालत बिगड़ी तो ज़िला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया… परिवारजन ने थाने में पुलिस की पिटाई से मौत का आरोप लगाया था… बाद में जांच के आदेश हुए और फिर जांच ठंडे बस्ते में चली गई…और किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं है.