एक्टर रणवीर सिंह (Ranveer-Singh) की हालिया रिलीज हुई फिल्म ”83” (film 83) को दर्शकों का जबरदस्त प्यार मिल रहा है। इस फिल्म में रणवीर सिंह ने क्रिकेटर कपिल देव की भूमिका निभाई है। लोग इस फिल्म को देखने के बाद रणवीर सिंह के काम की तारीफ करते हुए नहीं थक रहे हैं।
फैंस इस फिल्म को रणवीर के करियर की अब तक की सबसे बेहतरीन फिल्म बता रहे हैं। दर्शकों से मिले प्यार को लेकर रणवीर हुए खुश हैं। खबरों की मानें तो रणवीर फिल्म के लिए मिल रही जबरदस्त प्रतिक्रिया के बारे में बात करते हुए भावुक हो गए।
गौरतलब है कि कबीर खान निर्देशित फिल्म ”83” में रणवीर सिंह जहां मुख्य भूमिका में क्रिकेटर कपिल देव की भूमिका निभाई हैं तो वहीं दूसरी तरफ दीपिका पादुकोण फिल्म में उनकी पत्नी रोमी का किरदार निभा रही हैं। इन दोनों के अलावा फिल्म में साकिब सलीम, साहिल चड्डा, ताहिर राज भसीन, हार्डी संधू, एमी विर्क, जीवा, जतिन सरना, चिराग पाटिल, आदिनाथ कोठारे, नीना गुप्ता, पंकज त्रिपाठी, दिनकर शर्मा, धैर्य करवा अहम भूमिका निभा रहे हैं। फिल्म 1983 विश्व कप पर आधारित है। फिल्म क्रिसमस के मौके पर रिलीज हो चुकी है।
यह एक चमत्कार है कि मैं एक अभिनेता बन गया
भले ही कोरोना वायरस की वजह फिल्म की कमाई में पर बूरा असर पड़ रहा है , लेकिन दर्शकों पर छाप छोड़ने में यह फिल्म कामयाब रही है। ‘बॉलीवुड हंगामा’ रिपोर्ट के अनुसार, फिल्म की में दर्शकों की मिली प्रतिक्रिया के बारें में जब रणवीर से पूछा गया तो उन्होंने को जवाब देते हुए कहा कि यह शायद उनके भीतर सभी दबी हुई भावनाओं के कारण है और अवचेतन रूप से पिछले कुछ वर्षों में महामारी का हर किसी पर पड़ने वाले प्रभाव की प्रतिक्रिया है। मेरे रास्ते में जो प्यार आ रहा है, उसे देखकर मैं निश्चित रूप से अभिभूत हूं और मुझे लगता है कि यह एक चमत्कार है कि मैं एक अभिनेता बन गया।
दर्शकों की प्रतिक्रिया मिलने पर हुए भावुक
रिपोर्ट के अनुसार, इनसब बातों को कहते रणवीर इमोशल हो गए और अपने आंसू को छुपाते हुए कहा कि मुझे सार्वजनिक रूप से रोना पसंद नहीं है। अगर ऐसा होता है तो बाद में मुझे इसे लेकर बहुत शर्मिंदगी महसूस होती है। मुझे लगता है कि व्यक्त करना अच्छा है। मुझे ऐसा लगता है कि मैं आजकल बहुत आसानी से रोता हूं। हो सकता है कि मैं दुनिया भर में महामारी के कारण ऐसा होते देख रहा हूं, जिसने मुझे बहुत भावुक कर दिया। बातचीत में रणवीर ने आगे कहा, “देखिए, मेरे सफल होने के क्या मौके थे?” मुझे नहीं पता कि मैं उन दयालु शब्दों पर कैसे रिएक्ट करूं, जिनमें वे लोग भी शामिल हैं,जिनसे मैंने बात नहीं की है । यह बहुत खास है और मुझे पता है कि ऐसा हमेशा नहीं होगा। यही 83 को इतना खास बनाता है।”