(SDM Jyoti Maurya) महिला पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या से रिश्तों को लेकर होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे पर लगे गंभीर आरोपों की जांच पूरी हो गई है। डीआइजी होमगार्ड, प्रयागराज रेंज संतोष कुमार सिंह ने जांच रिपोर्ट होमगार्ड मुख्यालय को सौंप दी है। तीन सप्ताह से यह प्रकरण इंटरनेट मीडिया पर भी सुर्खियों में है।
सूत्रों का कहना है इस बहुचर्चित मामले की कई बिंदुओं पर की गई जांच में महोबा में तैनात होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे दोषी पाए गए हैं। उनके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही आरंभ करने की तैयारी है। मनीष दुबे पर निलंबन की भी तलवार लटक रही है।
गाजियाबाद में होमगार्ड कमांडेंट के पद पर तैनात रहे मनीष दुबे पर गंभीर आरोप लगने के बाद 26 जून को उन्हें गाजियाबाद से महोबा स्थानांतरित कर दिया गया था। डीजी होमगार्ड बीके मौर्य जांच रिपोर्ट मंगलवार को शासन को सौंप सकते हैं। महिला पीसीएस अधिकारी के विरुद्ध जांच को लेकर होमगार्ड विभाग की रिपोर्ट के तथ्यों से नियुक्ति विभाग को भी अवगत कराया जाएगा।
पति ने लगाए थे गंभीर आरोप
महिला पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या के पति ने बीते दिनों मुख्यमंत्री के दरबार में गुहार लगाई थी और अपनी पत्नी व होमगार्ड कमांडेंट के बीच करीबी रिश्तों को लेकर गंभीर आरोप लगाए थे। दोनों पर उनकी हत्या की साजिश रचने का आरोप भी लगाया था।
पति ने अपनी शिकायत में यह भी कहा था कि उन्होंने पत्नी को पढ़ाकर पीसीएस अधिकारी बनाया। दोनों ने साथ पीसीएस की परीक्षा की तैयारी की थी, लेकिन उनका चयन नहीं हो सका था। वह सरकारी विभाग में चर्तुथ श्रेणी कर्मी हैं। उनका विवाह दस वर्ष पहले हुआ था और दो बच्चे हैं।
आरोप है कि कुछ समय पहले उनकी पीसीएस अधिकारी पत्नी के होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे से नजदीकियां बढ़ गई थीं। इसका विरोध करने पर पत्नी व कमांडेंट मिलकर उनकी हत्या कराने की साजिश रची है। महिला पीसीएस अधिकारी और होमगार्ड कमांडेंट के बीच वाट्सएप चैट व काल रिकार्डिंग भी सार्वजनिक की गई थीं।