पश्चिम उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार के दावों के बावजूद, महिलाओं पर हो रहे अत्याचार और स्कूल-कॉलेज की छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाओं में रोक लगाने का दावा सच नहीं है। Meerut के नगर में यह नजर आता है कि मनचले बिना किसी डर या परेशानी के स्कूल और कॉलेज की छात्राओं और महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करते हैं। ये घटनाएँ छात्राओं को डरा देती हैं, और उन्हें अपने पढ़ाई को छोड़ने के लिए मजबूर कर देती हैं। ऐसे मनचले कानून के हवाले से कभी भी पकड़े जाने का डर नहीं रखते हैं।
नौचंदी थाना क्षेत्र में एक नाबालिक छात्रा ने अपने पड़ोस में रहने वाले मनचले से परेशान होकर अपनी पढ़ाई छोड़ दी। जब उसने थाने में शिकायत की, तो भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद उसने अपने परिजनों के साथ एसएसपी कार्यालय गई, और वहां उन्होंने उस समय की वारदात का एक सीसीटीवी फुटेज भी दिखाया। फिर भी, मनचलों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।
यह सच है कि यह घटनाएँ नौचंदी क्षेत्र की हैं, और वहां के मनचले छात्राओं को परेशान कर रहे हैं। छात्राओं को इस तरह की दुर्घटनाओं से डर लगता है, और वे घर में ही रहना पसंद करते हैं। यह अवस्था इसलिए है क्योंकि मनचलों पर कोई कार्रवाई नहीं होती है।