शाहजहांपुर में बस दुर्घटना: कांवरियों की नाराजगी और सड़क जाम ने प्रशासन को हिला दिया!

शाहजहांपुर, उत्तर प्रदेश। खुटार में तेज रफ्तार बस की टक्कर से एक कांवरिया की मौत हो गई, जिसके बाद नाराज कांवरियों ने खुटार से गोला मार्ग पर सड़क जाम कर दिया। यह घटना शाहजहांपुर जिले के खुटार क्षेत्र में हुई, जहां कांवरियों का जत्था फर्रुखाबाद के घटियाघाट से जल लेकर गोला गोकर्णनाथ जा रहा था। जैसे ही कांवरियों का जत्था खुटार से गोला गोकर्णनाथ के लिए रवाना हुआ, तभी खुटार से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर पुल के समीप ही एक तेज रफ्तार बस ने एक कांवरिया को टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।

घटना का विवरण

कांवरियों का जत्था खुटार के गांव चमराबोझी से चला था और वे भगवान शिव के पवित्र धाम गोला गोकर्णनाथ की ओर बढ़ रहे थे। उनकी यात्रा शांति और भक्ति से भरी हुई थी, लेकिन खुटार के पास पहुंचते ही एक दर्दनाक हादसा हो गया। बस की टक्कर से कांवरिया की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना ने कांवरियों और स्थानीय निवासियों में भारी गुस्सा पैदा कर दिया।

साथी कांवरियों का गुस्सा

मौत की खबर सुनते ही साथी कांवरियों और मृतक के परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर खुटार से गोला मार्ग पर जाम लगा दिया। गुस्साए कांवरियों ने स्थानीय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और मांग की कि एसओ खुटार को सस्पेंड किया जाए। उनकी मांग थी कि एसओ की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है और उसे तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।

प्रशासन की प्रतिक्रिया

घटना की सूचना मिलते ही मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। सीओ पंकज पंत, एसडीएम संजय पांडेय और अन्य वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और नाराज कांवरियों को समझाने की कोशिश की। भाजपा मंडल अध्यक्ष विजय शंकर अवस्थी, प्रवीण मिश्र, सत्यपाल गुप्ता और रामप्रकाश मिश्र भी मौके पर पहुंचे और हालात को नियंत्रित करने की कोशिश की।

कांवरियों का आरोप

कांवरियों ने आरोप लगाया कि एसओ खुटार संजय कुमार ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया। उन्होंने कहा कि एसओ ने उन्हें धमकी दी और कहा, “हम खुटार एसओ हैं, तुम चमराबोझी रहते हो, साल में 365 दिन होते हैं।” कांवरियों ने यह आरोप एसडीएम और सीओ के सामने भी लगाया और एसओ की बर्खास्तगी की मांग की।

सांप्रदायिक तनाव का माहौल

घटना के बाद खुटार क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव का माहौल बन गया। कांवरियों ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई और कहा कि यदि उन्हें न्याय नहीं मिला तो वे अपने आंदोलन को और तेज करेंगे। प्रशासनिक अधिकारियों ने स्थिति को संभालने के लिए कांवरियों को शांत कराने की कोशिश की और आश्वासन दिया कि घटना की निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

कांवरियों का समर्थन

घटना के बाद स्थानीय निवासियों और विभिन्न धार्मिक संगठनों ने कांवरियों का समर्थन किया और प्रशासन से न्याय की मांग की। उन्होंने कहा कि यह घटना धार्मिक यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा करती है और प्रशासन को सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

धार्मिक यात्रा का महत्व

कांवर यात्रा हिन्दू धर्म का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसमें श्रद्धालु शिव भक्त भगवान शिव के पवित्र धाम की यात्रा करते हैं। इस यात्रा में कांवरिये जल लेकर चलते हैं और भगवान शिव को अर्पित करते हैं। यह यात्रा भक्तों के लिए धार्मिक और आध्यात्मिक अनुभव का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होती है।

प्रशासन की कार्रवाई

प्रशासन ने घटना की गंभीरता को देखते हुए जांच कमिटी गठित की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। सीओ पंकज पंत और एसडीएम संजय पांडेय ने कांवरियों को आश्वस्त किया कि न्याय किया जाएगा और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।

सांप्रदायिक सद्भावना की अपील

घटना के बाद प्रशासन और स्थानीय नेताओं ने सांप्रदायिक सद्भावना बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह समय एकता और सहयोग का है और सभी को मिलकर इस घटना का समाधान करना चाहिए। कांवरियों ने भी प्रशासन से न्याय की उम्मीद जताई और कहा कि वे शांति और धैर्य से काम लेंगे।

सांप्रदायिक तनाव कम करने के प्रयास

प्रशासन ने सांप्रदायिक तनाव को कम करने के लिए विभिन्न धार्मिक संगठनों और समुदाय के नेताओं के साथ बैठकें की हैं। उन्होंने सभी से शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी। प्रशासन ने कांवरियों की सुरक्षा के लिए भी विशेष इंतजाम किए हैं और आश्वासन दिया है कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं नहीं होंगी।

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शाहजहांपुर जिले के खुटार में हुई इस दर्दनाक घटना ने न केवल कांवरियों बल्कि पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है। यह घटना धार्मिक यात्राओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है और प्रशासन को इस दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। कांवरियों की मांग और प्रशासन की प्रतिक्रिया को देखते हुए यह स्पष्ट है कि न्याय की प्रक्रिया को तेज और निष्पक्ष बनाना होगा। समाज को भी सांप्रदायिक सद्भावना बनाए रखने और सहयोग करने की आवश्यकता है ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और सभी धार्मिक यात्राएं शांति और सुरक्षा के साथ सम्पन्न हो सकें।

Deepak

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