रामपुर रिपोर्ट: शाहबाज़ खां,
रामपुर जिले में शिक्षा व्यवस्था को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है, जिसमें कक्षा 10 की एक छात्रा को फर्जी मार्कशीट और स्थानांतरण प्रमाण पत्र (टीसी) देने के आरोप में जमुना देवी इंटर कॉलेज, मुंडी मिल्क के प्रधानाचार्य हरकेश सिंह को टांडा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक रामपुर के निर्देश पर चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत की गई। मामले में धोखाधड़ी, कूटरचना और एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
रामपुर: फर्जी मार्कशीट मामले की शुरुआत
यह मामला तब शुरू हुआ जब सरजीत सिंह, निवासी ग्राम बहादुरपुर, सैदनगर, थाना टांडा ने शिकायत दर्ज कराई। उनके अनुसार, उनकी बेटी कामिनी ने वर्ष 2020-21 में राजकीय इंटर कॉलेज, मानकपुर बंजरिया में कक्षा 9 में प्रवेश लिया था।
वर्ष 2022 में यूपी बोर्ड हाई स्कूल परीक्षा के लिए उसे अनुक्रमांक 1220679757 मिला, लेकिन जब परिणाम घोषित हुआ तो कामिनी के नाम की जगह राजवती पुत्री ओमप्रकाश सिंह का नाम दर्ज था।
रामपुर: शिकायत और जांच
इस गलती की शिकायत तत्कालीन प्रधानाचार्य हरिनाथ सिंह यादव से करने पर उन्होंने कामिनी को कक्षा 11 में प्रवेश तो दे दिया, लेकिन कक्षा 10 की मार्कशीट नहीं दी।
बाद में, जमुना देवी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य हरकेश सिंह ने कथित रूप से आईसीएसई बोर्ड, दिल्ली की रंगीन प्रिंटेड फर्जी मार्कशीट कामिनी को थमा दी।
शिक्षा विभाग की जांच में जमुना देवी इंटर कॉलेज की संलिप्तता पाई गई। इसके बाद पीड़ित पक्ष ने न्यायालय में प्रार्थना पत्र देकर हरिनाथ सिंह यादव, मन्टू उर्फ दलविंदर सिंह, महेंद्र सिंह, सुरेशपाल और हरकेश सिंह के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया।
जांच की प्रक्रिया
जब सरजीत सिंह ने यह मामला तत्कालीन प्रधानाचार्य हरिनाथ सिंह यादव को बताया तो उन्होंने कक्षा 10 की मार्कशीट देने के बजाय कामिनी को सीधे कक्षा 11 में प्रवेश दे दिया। इसके बाद, जमुना देवी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य हरकेश सिंह ने कथित तौर पर धोखाधड़ी करते हुए आईसीएसई बोर्ड, दिल्ली की रंगीन प्रिंटेड फर्जी मार्कशीट और स्थानांतरण प्रमाण पत्र जारी कर दिया।
शिक्षा विभाग की जांच में जमुना देवी इंटर कॉलेज की संलिप्तता पाई गई। परिणामस्वरूप, पीड़ित पक्ष ने न्यायालय में प्रार्थना पत्र देकर हरिनाथ सिंह यादव, मन्टू उर्फ दलविंदर सिंह, महेंद्र सिंह, सुरेशपाल और हरकेश सिंह के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया।
पुलिस की कार्यवाई
पुलिस अधीक्षक रामपुर के निर्देश पर चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत, क्षेत्राधिकारी टांडा कीर्ति निधि आनंद के नेतृत्व में थाना टांडा के वरिष्ठ उपनिरीक्षक सतराज सिंह और हेड कांस्टेबल नईम अहमद की टीम ने बुधवार को हरकेश सिंह को उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद उन्हें न्यायालय में पेश किया गया।
धाराएं और आरोप
पुलिस ने इस मामले में धोखाधड़ी (धारा 420), कूटरचना (धारा 467, 468, 471) और अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
गिरफ्तारी की कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक रामपुर के आदेश पर, क्षेत्राधिकारी टांडा कीर्ति निधि आनंद, थाना टांडा के वरिष्ठ उपनिरीक्षक सतराज सिंह और हेड कांस्टेबल नईम अहमद की टीम ने प्रधानाचार्य हरकेश सिंह को बुधवार को उनके आवास से गिरफ्तार किया।
इसके बाद आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से आगे की कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस का बयान
मामले पर जानकारी देते हुए एसपी रामपुर, विद्यासागर मिश्रा ने कहा कि शिक्षा से जुड़ी धोखाधड़ी के मामलों में किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। जांच में दोषी पाए जाने वाले सभी व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाई की जाएगी।
मुख्य बिंदु (Highlights)
- पीड़ित छात्रा कामिनी को असली मार्कशीट की जगह फर्जी आईसीएसई मार्कशीट दी गई।
- मामले में कुल 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज।
- जमुना देवी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य हरकेश सिंह गिरफ्तार।
- धोखाधड़ी, कूटरचना और एससी/एसटी एक्ट की धाराओं में कार्रवाई।