अयोध्या। संवाददाता, मो.आज़म (मोनू) जन्माष्टमी के पावन अवसर पर अयोध्या एक बार फिर भक्ति और उत्साह से सराबोर दिखा। दर्शन नगर स्थित यश पेपर मिल परिसर से इस वर्ष भी विशाल श्री कृष्णा उत्साह यात्रा का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों की संख्या में नवयुवकों और श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस अवसर पर समाजसेवी संस्था अयोध्या धाम के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश यादव मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। उन्होंने विधिवत पूजा-अर्चना करने के बाद यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
यात्रा में शामिल हुए युवाओं ने भगवान श्रीकृष्ण के जयकारों से पूरा वातावरण भक्तिमय बना दिया। बाइक और पैदल चलकर निकाली गई यह शोभायात्रा दर्शन नगर के मुख्य मार्ग से होते हुए बूथ नंबर चार पहुंची और फिर भव्य रूप से अयोध्या धाम के दर्शन किए। उसके बाद पुनः यश पेपर मिल परिसर में आकर यात्रा का समापन हुआ।
अयोध्या की सड़कों पर गूंजे श्रीकृष्ण के जयकारे
पूरी अयोध्या (Ayodhya) इस यात्रा के दौरान भक्ति रंग में रंगी रही। यात्रा में शामिल लोगों ने भगवा ध्वज, भगवान कृष्ण की तस्वीरें और झांकियों के साथ पारंपरिक अंदाज में भाग लिया। डीजे की धुन पर युवाओं ने नृत्य किया और श्रीकृष्ण जन्म की बधाई दी।
मुख्य अतिथि सुरेश यादव ने कहा कि –
“यह लगातार तीसरा वर्ष है जब हमारे क्षेत्र में श्री कृष्ण उत्साह यात्रा का आयोजन हो रहा है। इस यात्रा का उद्देश्य युवाओं को धर्म और संस्कृति से जोड़ना है। मैं भगवान श्रीकृष्ण से प्रार्थना करता हूं कि वे सभी भक्तों पर अपनी कृपा बनाए रखें और देश-प्रदेश का गौरव बढ़ाएं।”
अयोध्या की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर
अयोध्या वैसे तो भगवान राम की नगरी के रूप में विश्वविख्यात है, लेकिन जन्माष्टमी के मौके पर यहां का माहौल भी विशेष होता है। भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में डूबी झांकियां, भजन-कीर्तन और शोभायात्राएं पूरे जिले को एक अलग ही आध्यात्मिक वातावरण प्रदान करती हैं।
इस बार की यात्रा में दर्शन नगर से लेकर अयोध्या धाम तक हजारों लोग सड़क के किनारे खड़े होकर शोभायात्रा के दर्शन करते दिखे। बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों सभी ने भक्ति भाव से इस आयोजन का आनंद लिया।
युवाओं का जोश और सांस्कृतिक संदेश
यात्रा में शामिल नवयुवक भगवा परिधान और सिर पर बंधे पटके के साथ आकर्षण का केंद्र बने। उन्होंने बाइक रैली और नृत्य-गान से वातावरण को जीवंत बनाए रखा। इस अवसर पर यात्रा समिति की ओर से जगह-जगह स्वागत द्वार बनाए गए और प्रसाद वितरण का आयोजन हुआ।
समाज में शांति, एकता और धर्म के प्रति आस्था बढ़ाने का संदेश भी इस यात्रा के माध्यम से दिया गया। आयोजकों ने कहा कि आज के डिजिटल युग में भी युवाओं का संस्कृति और परंपरा की ओर झुकाव यह बताता है कि हमारी धरोहर अभी भी जीवित है।
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अयोध्या में उत्सव का माहौल
यात्रा के मार्ग पर अयोध्या अयोध्या के नागरिकों ने घरों और दुकानों को सजाकर उत्साह दिखाया। मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना हुई और भजन-कीर्तन की गूंज देर रात तक सुनाई देती रही।
शोभायात्रा में शामिल लोगों ने भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का उत्सव मनाते हुए भक्ति और आनंद का अनुभव किया।
मौजूद रहे सम्मानित लोग
इस अवसर पर समाज के कई सम्मानित लोग उपस्थित रहे जिनमें दुर्गा मांझी, बजरंग यादव, संदीप यादव, सचिन यादव, सत्यम यादव, अमर यादव, लालू यादव, सोनू, मोनू यादव, करन यादव, विशाल यादव आदि प्रमुख रहे। सभी ने कहा कि यह यात्रा अयोध्या की सांस्कृतिक पहचान को मजबूत करती है।
समाजसेवी सुरेश यादव का आभार
मुख्य अतिथि सुरेश यादव ने यात्रा के आयोजकों और युवाओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि –
“अयोध्या हमेशा से ही धार्मिक आयोजनों का केंद्र रही है। इस तरह की यात्राएं हमारी संस्कृति को जीवित रखती हैं और आने वाली पीढ़ियों को सही मार्ग दिखाती हैं।”
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बाइट्स
सुरेश यादव (समाजसेवी):
“श्री कृष्ण उत्साह यात्रा केवल धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि सामाजिक एकता और भाईचारे का प्रतीक है। युवाओं का यह उत्साह देखकर मुझे गर्व महसूस हो रहा है।”
शुभम यादव (युवक प्रतिभागी):
“हम हर वर्ष इस यात्रा में शामिल होते हैं। यह केवल श्रद्धा नहीं बल्कि हमारी परंपरा का हिस्सा है। इस यात्रा से हमें आध्यात्मिक ऊर्जा मिलती है।”
ज्ञान यादव (स्थानीय निवासी):
“इस यात्रा से पूरे क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय हो जाता है। हर कोई इसमें सम्मिलित होकर श्रीकृष्ण के नाम का गुणगान करता है और समाज में सकारात्मकता का संदेश जाता है।”
अयोध्या अयोध्या की पहचान सिर्फ भगवान राम की नगरी तक सीमित नहीं है, बल्कि यहां भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति भी अद्वितीय है। श्री कृष्णा उत्साह यात्रा इस बात का प्रमाण है कि अयोध्या की मिट्टी में आज भी धर्म, भक्ति और संस्कृति की गहरी जड़ें मौजूद हैं।
लगातार तीसरे वर्ष आयोजित यह यात्रा आने वाले समय में और भी भव्य होगी, इसमें कोई संदेह नहीं है।