यूपी के Chief Secretary छुट्टी पर गए, शासन की बागडोर APC IAS दीपक कुमार के हाथों में

लखनऊ।
उत्तर प्रदेश शासन से एक बड़ी प्रशासनिक खबर सामने आई है। प्रदेश के Chief Secretary आईएएस शशि प्रकाश गोयल अचानक छुट्टी पर चले गए हैं। शासन की ओर से जारी आदेश के अनुसार, अग्रिम आदेश तक मुख्य सचिव समेत उनके समस्त विभागों की जिम्मेदारी का चार्ज एग्रीकल्चर प्रोडक्शन कमिश्नर (APC) आईएएस दीपक कुमार को सौंपा गया है।

यह निर्णय प्रशासनिक दृष्टि से बेहद अहम माना जा रहा है क्योंकि मुख्य सचिव राज्य सरकार की कार्यप्रणाली का सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ होते हैं। प्रदेश के प्रशासनिक ढांचे में Chief Secretary की भूमिका मुख्यमंत्री और मंत्रिपरिषद के निर्णयों को जमीन पर उतारने, विभागों के बीच समन्वय स्थापित करने और राज्य के प्रशासनिक तंत्र को गति देने की होती है।


Chief Secretary का अचानक छुट्टी पर जाना क्यों अहम?

मुख्य सचिव का अचानक छुट्टी पर जाना प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी और राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है। शशि प्रकाश गोयल एक अनुभवी अधिकारी हैं और उनका कार्यकाल अब तक सुचारु रूप से चल रहा था। ऐसे में उनका अचानक अवकाश पर जाना कई सवाल खड़े करता है।

  1. शासन की स्थिरता पर असर – मुख्य सचिव की अनुपस्थिति में बड़े प्रशासनिक फैसलों की प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है।
  2. अधिकारियों का मनोबल – प्रशासनिक ढांचे में Chief Secretary का मार्गदर्शन अहम होता है, ऐसे में अधिकारी असमंजस की स्थिति में आ सकते हैं।
  3. सरकारी योजनाओं पर असर – इस समय प्रदेश में कई विकास परियोजनाएँ, कृषि योजनाएँ और अधोसंरचना कार्य तेजी से चल रहे हैं। मुख्य सचिव के छुट्टी पर जाने से इनकी मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी अब एपीसी दीपक कुमार पर आ गई है।

Chief Secretary शशि प्रकाश गोयल का प्रशासनिक सफर

शशि प्रकाश गोयल 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उत्तर प्रदेश में उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है। प्रमुख सचिव, औद्योगिक विकास से लेकर अन्य अहम विभागों की जिम्मेदारी उन्होंने निभाई है। मुख्य सचिव बनने के बाद उनके कार्यकाल में निवेश और औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए कई नीतिगत फैसले लिए गए।

उनकी पहचान एक सख्त, ईमानदार और परिणाम देने वाले अधिकारी के तौर पर होती है। प्रदेश की कानून व्यवस्था और औद्योगिक नीतियों को लेकर उनकी भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही है।

Chief Secretary

एपीसी दीपक कुमार को मिली नई जिम्मेदारी

शासन ने जो आदेश जारी किया है, उसके मुताबिक एग्रीकल्चर प्रोडक्शन कमिश्नर (APC) आईएएस दीपक कुमार को Chief Secretary का चार्ज दिया गया है। दीपक कुमार भी लंबे अनुभव वाले वरिष्ठ अधिकारी हैं।

उनकी कार्यशैली संतुलित और विकासोन्मुख मानी जाती है। कृषि उत्पादन से लेकर ग्रामीण विकास योजनाओं की मॉनिटरिंग में उनकी विशेष पकड़ है। अब जब उन्हें मुख्य सचिव का चार्ज मिला है, तो उनसे अपेक्षा होगी कि वे शासन की कार्यप्रणाली को उसी गति से आगे बढ़ाएँ।

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Chief Secretary की जिम्मेदारियाँ

मुख्य सचिव की जिम्मेदारी केवल शासनादेश जारी करना ही नहीं होती, बल्कि वे पूरे प्रशासनिक ढांचे की रीढ़ की हड्डी माने जाते हैं। उनकी मुख्य जिम्मेदारियाँ होती हैं:

  • मुख्यमंत्री और मंत्रिपरिषद के निर्णयों को लागू कराना।
  • सभी विभागों के बीच तालमेल बैठाना।
  • अधिकारियों की तैनाती, स्थानांतरण और मॉनिटरिंग करना।
  • कानून व्यवस्था और विकास कार्यों पर लगातार नजर रखना।
  • राज्य सरकार की प्राथमिकताओं को समय पर लागू कराना।

राजनीतिक हलकों में चर्चा

मुख्य सचिव के अचानक छुट्टी पर जाने से राजनीतिक हलकों में भी चर्चाएँ तेज हो गई हैं। विपक्षी दल इस पर सवाल खड़े कर रहे हैं कि आखिर इतने बड़े पद पर बैठे अधिकारी को अचानक अवकाश क्यों लेना पड़ा। कुछ लोग इसे राजनीतिक दबाव से जोड़कर देख रहे हैं, तो कुछ इसे व्यक्तिगत कारण बता रहे हैं।

वहीं सत्ता पक्ष का कहना है कि शासन की कार्यप्रणाली पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि एपीसी दीपक कुमार जैसे अनुभवी अधिकारी को इसकी जिम्मेदारी दी गई है।


प्रशासनिक फैसलों पर असर

प्रदेश में इस समय कई बड़े प्रोजेक्ट चल रहे हैं—

  • गंगा एक्सप्रेसवे और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे जैसे अधोसंरचना कार्य।
  • किसानों से जुड़े कई कल्याणकारी कार्यक्रम।
  • निवेश बढ़ाने के लिए आयोजित किए जा रहे कार्यक्रम।
    इन सभी योजनाओं की निगरानी और प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा Chief Secretary स्तर से ही की जाती है। अब यह जिम्मेदारी एपीसी दीपक कुमार के कंधों पर आ गई है।

Chief Secretary और मुख्यमंत्री का तालमेल

किसी भी राज्य के सुचारु संचालन के लिए मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव के बीच बेहतर तालमेल होना आवश्यक होता है। यही कारण है कि जब भी Chief Secretary में बदलाव होता है या वह छुट्टी पर जाते हैं, तो प्रशासनिक हलचल बढ़ जाती है। शशि प्रकाश गोयल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच अब तक अच्छा तालमेल माना जाता रहा है।

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प्रशासनिक जगत की प्रतिक्रियाएँ

वरिष्ठ अधिकारियों का मानना है कि Chief Secretary का अचानक छुट्टी पर जाना चौंकाने वाला जरूर है, लेकिन एपीसी दीपक कुमार को चार्ज मिलने से कामकाज प्रभावित नहीं होगा।

  • कुछ अधिकारियों का कहना है कि “मुख्य सचिव का रोल इतना व्यापक होता है कि उनकी गैरहाजिरी कुछ हद तक असर डाल सकती है।”
  • वहीं अन्य अधिकारियों का मानना है कि “दीपक कुमार का अनुभव इतना है कि वे इस चुनौती को बखूबी संभाल लेंगे।”

आम जनता पर क्या असर होगा?

सवाल यह उठता है कि Chief Secretary के छुट्टी पर जाने से आम जनता पर क्या असर पड़ेगा?

  • शिकायतों के निस्तारण और योजनाओं की निगरानी में कुछ देरी हो सकती है।
  • लेकिन शासन ने समय रहते चार्ज बदल दिया है, इसलिए जनता को सीधा नुकसान नहीं होगा।
  • विभागीय कामकाज और सरकारी सेवाएँ जारी रहेंगी।

उत्तर प्रदेश के Chief Secretary शशि प्रकाश गोयल का अचानक छुट्टी पर जाना प्रशासनिक और राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है। हालांकि शासन ने तुरंत निर्णय लेते हुए एपीसी दीपक कुमार को इसका चार्ज सौंपकर स्थिति को संभाल लिया है।

देखना यह होगा कि आने वाले दिनों में क्या शशि प्रकाश गोयल छुट्टी से वापस लौटते हैं या फिर प्रशासन में किसी नए बदलाव की संभावना बनती है। फिलहाल, प्रदेश का प्रशासनिक ढांचा एपीसी दीपक कुमार के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है और जनता को उम्मीद है कि शासन की प्राथमिकताएँ पहले की तरह ही पूरी होंगी।

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Khursheed Khan Raju

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