
संवाददाता, धर्मेंद्र द्विवेदी
🔴 बस्ती में रात के अंधेरे में उड़ता दिखा संदिग्ध ड्रोन
उत्तर प्रदेश के बस्ती जनपद से एक बड़ी और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। ग्रामीण क्षेत्रों में एक संदिग्ध ड्रोन के उड़ते देखे जाने से स्थानीय लोगों में हड़कंप मच गया। यह घटना शनिवार की रात करीब 8 बजे परशुरामपुर थाना क्षेत्र में सामने आई, जब लोगों ने आकाश में उड़ते हुए एक अनजान वस्तु को देखा।
ड्रोन की गतिविधियों से घबराए ग्रामीणों ने उसका पीछा करना शुरू कर दिया, और कुछ ही देर में यह ड्रोन एक पेड़ में फंस गया। ग्रामीणों ने तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और ड्रोन को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
📍 किन क्षेत्रों में दिखा संदिग्ध ड्रोन?
ड्रोन केवल परशुरामपुर तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि इसकी गतिविधि कई अन्य ग्रामीण इलाकों में भी देखी गई। बस्ती जनपद के निम्नलिखित गांवों में ड्रोन दिखे जाने की पुष्टि हुई है:
- सुकरौली कुंवर
- खेमराजपुर
- हरीगांव
- लक्ष्मणपुर कुंवर
- नागपुर
- भजपुर
इन क्षेत्रों में ड्रोन के उड़ते ही ग्रामीणों में दहशत का माहौल बन गया। रात में ड्रोन का दिखना और उसका रहस्यमयी ढंग से गायब हो जाना लोगों को आशंकित कर रहा है।
👮 पुलिस प्रशासन अलर्ट, जांच में जुटी टीमें
जैसे ही ग्रामीणों ने ड्रोन देखे जाने की सूचना दी, परशुरामपुर थाने की पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। एस.ओ. परशुरामपुर स्वयं टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों के साथ मिलकर ड्रोन की तलाश और पीछा किया। एक ड्रोन जो पेड़ों में फंसा पाया गया, उसे कब्जे में लेकर जांच शुरू की गई है।
पुलिस का कहना है कि यह जांच साइबर सेल और खुफिया एजेंसियों की मदद से की जाएगी ताकि पता लगाया जा सके कि:
- ड्रोन किसका था?
- उड़ाने वाले का मकसद क्या था?
- ड्रोन में कैमरा या अन्य निगरानी उपकरण लगे थे या नहीं?
📷 क्या ड्रोन में कैमरा था?
अभी तक की जानकारी के अनुसार, जो ड्रोन बरामद हुआ है, उसमें कैमरा फिट था। इसका मतलब है कि यह ड्रोन निगरानी या रिकॉर्डिंग के उद्देश्य से उड़ाया गया था। यह एक बहुत ही गंभीर मुद्दा है क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में प्राइवसी का उल्लंघन और सुरक्षा को खतरा हो सकता है।
🔍 क्या है ड्रोन का मकसद?
यह सबसे बड़ा सवाल बना हुआ है – “आखिर कौन उड़ा रहा है इन ड्रोन को और क्यों?”
कुछ संभावनाएं निम्नलिखित हैं:
- जासूसी के उद्देश्य से
- नक्शे या लोकेशन रिकॉर्डिंग के लिए
- आपराधिक गतिविधियों की निगरानी के लिए
- या फिर किसी निजी व्यक्ति द्वारा शौकिया तौर पर
लेकिन जब ड्रोन इतने सारे गांवों में एक साथ देखे जाएं और बिना अनुमति के उड़ते हुए पकड़े जाएं, तो यह निश्चित रूप से गंभीर जांच का विषय बन जाता है।
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📢 स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद गांवों में डर और असमंजस का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है:
“हमने पहले कभी ऐसा नहीं देखा। ये ड्रोन अचानक आते हैं और फिर गायब हो जाते हैं। हम डर के साए में हैं।”
“ड्रोन में कैमरा लगा था। वो हमारे खेतों और घरों के ऊपर मंडरा रहा था। ये कोई सामान्य बात नहीं है।”
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🛡️ प्रशासन को चाहिए सतर्कता
बस्ती जैसे ग्रामीण और सीमावर्ती जनपदों में सुरक्षा को लेकर हमेशा सतर्क रहना जरूरी होता है। इस घटना ने दिखा दिया कि किस तरह तकनीकी साधनों का दुरुपयोग कर कोई भी शांति भंग कर सकता है।
प्रशासन को चाहिए कि:
- सभी थाना क्षेत्रों में ड्रोन गतिविधियों की निगरानी बढ़ाई जाए
- ग्रामीणों को जागरूक किया जाए कि ऐसी किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना दें
- ड्रोन उड़ाने की अनुमति प्रक्रिया को सख्ती से लागू किया जाए
📰 बस्ती में इससे पहले भी हुए हैं रहस्यमयी घटनाएं
यह पहली बार नहीं है जब Basti जिले में कुछ रहस्यमयी घटनाएं सामने आई हों। इससे पहले भी रात में संदिग्ध गतिविधियां, बिजली ट्रांसफार्मरों के पास हलचल, और अनजान वाहनों की आवाजाही जैसी खबरें आती रही हैं।
ड्रोन की घटना ने इन सभी को एक बार फिर चर्चा में ला दिया है।
🚨 क्या यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला हो सकता है?
इस प्रश्न का उत्तर फिलहाल जांच पर निर्भर करता है। लेकिन ऐसे समय में जब देश की सीमाएं हाई अलर्ट पर हों, और तकनीक का उपयोग हर क्षेत्र में हो रहा हो, ऐसे में यह घटना सिर्फ स्थानीय न रहकर राष्ट्रीय सुरक्षा के नजरिए से भी देखी जा सकती है।
📌 निष्कर्ष: बस्ती में ड्रोन की घटना एक चेतावनी
बस्ती जिले में ड्रोन दिखने की घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। यह सिर्फ एक तकनीकी घटना नहीं, बल्कि ग्रामीण इलाकों की सुरक्षा और निजता से जुड़ा गंभीर मामला है। प्रशासन को चाहिए कि इस पूरे मुद्दे की गहराई से जांच कराए और जरूरत पड़े तो सुरक्षा एजेंसियों को भी शामिल किया जाए।