
| संवाददाता, मो. तौफ़ीक़ |
दरभंगा (बिहार) में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां पर कथित अपमानजनक टिप्पणी की घटना ने राजनीतिक परिवेश में एक बड़ा हलचल पैदा कर दी है। इस मामले की आंच अब अमेठी तक पहुंची, जहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने मंडल अध्यक्ष राजेश शुक्ला के नेतृत्व में संग्रामपुर थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपते हुए आरोपी पर कड़ी कार्यवाई की मांग की।
घटना का त्वरित परिचय
दरअसल, दरभंगा (बिहार) में आयोजित राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान, मंच से प्रधानमंत्री की माताजी पर की गई अपमानजनक टिप्पणी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। भाजपा ने इसे लोकतंत्र और मर्यादा का उल्लंघन बताया और घटना की तीखी निंदा की ।
इसके बाद, भाजपा ने दरभंगा के संग्रामपुर थाने में FIR दर्ज कराई, जिसमें कांग्रेस नेता मो. नौशाद सहित अन्य आरोपितों के खिलाफ कार्यवाई की मांग की गई ।
अमेठी में भाजपा कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रिया
इस घटना को लेकर अमेठी में भाजपा कार्यकर्ता सक्रिय हो उठे। मंडल अध्यक्ष राजेश शुक्ला के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने संग्रामपुर थाने पर एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्यवाई और न्यायपूर्ण प्रवर्तन की मांग की गई। यह ज्ञापन सत्ता और प्रशासन से यह संदेश देने की कोशिश थी कि लोकतांत्रिक मर्यादा का उल्लंघन किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
ज्ञापन में यह मांग की गई कि:
- घटना में लिप्त सभी व्यक्तियों की पहचान कर कानूनी कार्यवाई की जाए।
- पुलिस और प्रशासन पूरी पारदर्शिता के साथ जांच करे।
- सुरक्षा और नैतिक मर्यादा बनाए रखने के लिए भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए प्रभारी अधिकारियों को सतर्क किया जाए।
राष्ट्रीय और राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
राजनीतिक हलकों में यह मामला तेजी से गरमाया। भाजपा ने इसे कांग्रेस और RJD की बढ़ती राजनीतिक निचाई के रूप में प्रस्तुत किया:
- डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, अमित शाह और जे.पी. नड्डा ने सभी मंचों से घटना की निंदा की और राहुल गांधी और तेजस्वी यादव से माफी की मांग की।
- बिहार राज्य महिला आयोग ने भी इस मामले में सख्त कार्यवाही की मांग की है ।
- कड़ी बयानबाजी के बीच, राफीक नामक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया है, जिससे जांच आगे बढ़ रही है ।
कांग्रेस ने वीडियो के असली स्रोत की पुष्टि न होने की बात कही और कहा कि मीडिया हंगामा कर रही है ।
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विवाद का राजनीतिक प्रभाव
यह विवाद बिहार विधानसभा चुनावों से पूर्व पैदा लड़ने का मोर्चा बन चुका है। भाजपा इसे जनभावना और धार्मिक संवेदनशीलता की रक्षा से जोड़ रही है, वहीं विपक्ष इसे राजनीतिक निशाना साधना और बदनाम करना मान रहा है।
अमेठी में भाजपा कार्यकर्ताओं की सक्रियता इस बात को दर्शाती है कि स्थानीय स्तर पर जनता अपनी भावनाओं के लिए न्याय चाहती है, और इस तरह की घटनाओं का जवाब राजनीतिक मंच पर भी झूठापन नहीं बर्दाश्त कर सकता।
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निष्कर्ष
News Time Nation Amethi के नजरिए से, यह घटना सिर्फ एक दूरस्थ राजनीतिक विवाद नहीं, बल्कि यह समाजिक सम्मान, लोकतांत्रिक मर्यादा, और नैतिक राजनीति से जुड़ा मामला है।
अमेठी के भाजपा कार्यकर्ताओं की प्रतिबद्धता और प्रशासन से मांग यह दर्शाती है कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में असम्मानजनक भाषा और व्यवहार का कोई स्थान नहीं होना चाहिए।