
| संवाददाता, मो. तौफ़ीक़ |
अमेठी। उत्तर प्रदेश के अमेठी जनपद से एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक मार्केटिंग कंपनी “रूट प्योर” के नाम पर सैकड़ों ग्रामीण महिलाओं से लाखों रुपये की ठगी की गई। इस ठगी में महिलाओं को अधिक ब्याज, घरेलू सामान, शादी खर्च और बीमा योजनाओं जैसे झूठे वादे देकर उन्हें निवेश के लिए प्रेरित किया गया।
अब जब निवेश की समयसीमा पूरी हो चुकी है, कंपनी फरार हो गई है और दर्जनों महिलाएं ठगी की शिकार होकर न्याय के लिए पुलिस थानों के चक्कर काट रही हैं। News Time Nation Amethi की यह ग्राउंड रिपोर्ट इस आर्थिक धोखाधड़ी की तह तक पहुंचने का प्रयास करती है।
❖ ठगी की शुरुआत: एक मजबूत रणनीति के साथ आया लालच
इस पूरे मामले की शुरुआत छह महीने पहले हुई, जब अमेठी के जगदीशपुर, शुकुल बाजार और मुसाफिरखाना क्षेत्र में रहने वाली महिलाओं से एक टीम ने संपर्क किया।
कौन थे ये लोग?
- रिंकी, निवासी ग्राम सिरियारी (जगदीशपुर)
- मुकेश कुमार, निवासी पूरे उपाध्याय, सलोन (रायबरेली)
इन दोनों ने खुद को एक बड़ी मार्केटिंग कंपनी “रूट प्योर” के अधिकारी बताया और गांव की महिलाओं को बताया कि:
“अगर वे सिर्फ 16,800 रुपये निवेश करें तो उन्हें बहुत जल्द:
- उच्च ब्याज दरों पर मुनाफा मिलेगा,
- घरेलू सामान मिलेगा (मसलन कूलर, गद्दा, मिक्सर, सिलाई मशीन),
- शादी खर्च और बीमा की सुविधा भी दी जाएगी।”
❖ नेटवर्किंग के जाल में उलझीं महिलाएं
इन तथाकथित एजेंट्स ने सिर्फ एक-दो महिलाओं को नहीं, बल्कि नेटवर्किंग रणनीति अपनाते हुए उन्हें प्रेरित किया कि वे दूसरी महिलाओं को भी जोड़ें। इस तरह एक के बाद एक गांव की महिलाओं ने लाखों रुपये जमा कर दिए, इस उम्मीद में कि कुछ महीनों में उन्हें सामान और पैसा मिलेगा।
“हमें कहा गया था कि 6 महीने के अंदर पैसा और सामान दोनों मिल जाएंगे। हम गांव की 25-30 औरतों को जोड़ चुके थे…”
— पीड़िता संतोष देवी, रूदापुर मऊ, थाना जगदीशपुर
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❖ वादों की हकीकत: समय बीता, पैसा नहीं आया
जब छह महीने बीत गए और कोई भुगतान या सामान नहीं मिला, तो महिलाओं ने इन एजेंट्स से संपर्क करना शुरू किया। शुरू में बहाने बनाए गए – “कंपनी के अकाउंट में समस्या है”, “डिलिवरी रुकी हुई है”, “अगले सप्ताह पैसे मिलेंगे”।
लेकिन बाद में रिंकी और मुकेश कुमार का मोबाइल नंबर बंद हो गया और वे दोनों गांव से फरार हो गए।
❖ ठगी के शिकार: महिलाएं हुईं आर्थिक और मानसिक पीड़ा की शिकार
इन महिलाओं में से कई आर्थिक रूप से बेहद कमजोर हैं। कुछ ने कर्ज लेकर पैसे जमा किए थे, तो कुछ ने गहने बेचकर। उन्हें भरोसा था कि रजिस्टर में उनका नाम लिखा जा रहा है, रसीद दी जा रही है, कंपनी असली है।
“मैंने बेटी की शादी के लिए पैसे जमा किए थे… अब न पैसे हैं, न कोई उम्मीद।”
— केशपता देवी, पत्नी संकटा प्रसाद
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❖ पुलिस में शिकायत: थानों का रुख, जांच शुरू
घटना के सामने आने के बाद पीड़ित महिलाओं ने जगदीशपुर थाना और बाजार शुक्ल थाना में लिखित शिकायत (प्रार्थना पत्र) दी है। पुलिस ने भी मामले की प्राथमिक जांच शुरू कर दी है और कहा है कि जैसे ही ठोस साक्ष्य मिलते हैं, FIR दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।
“हमने शिकायत प्राप्त कर ली है। टीम मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।”
— थानाध्यक्ष, जगदीशपुर
❖ रूट प्योर कंपनी: असली या फर्जी?
जब News Time Nation Amethi ने “रूट प्योर मार्केटिंग कंपनी” के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश की, तो पाया कि:
- कंपनी का कोई वैध पंजीकरण दस्तावेज सामने नहीं आया।
- ऑनलाइन कोई वेबसाइट या संपर्क नंबर सक्रिय नहीं है।
- यह एक संभावित चिटफंड स्कीम हो सकती है जो गांवों में भोले-भाले लोगों को निशाना बनाकर कार्य कर रही थी।
❖ गांवों की चिटफंड संस्कृति: जागरूकता की कमी और भरोसे का दुरुपयोग
इस तरह की घटनाएं दर्शाती हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में:
- वित्तीय साक्षरता का अभाव है।
- महिलाएं अपनी सहेलियों, परिचितों और रिश्तेदारों पर ज्यादा भरोसा करती हैं, जिससे फर्जी स्कीमें आसानी से चल जाती हैं।
- कई बार ठग सरकारी योजनाओं की नकल करके योजनाएं पेश करते हैं, जिससे असली और नकली में अंतर करना मुश्किल हो जाता है।
❖ कानूनी पहलू और संभावित धाराएं
इस मामले में अगर FIR दर्ज होती है, तो निम्नलिखित धाराएं लागू हो सकती हैं:
अपराध | भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा |
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धोखाधड़ी | धारा 420 |
आपराधिक विश्वासघात | धारा 406 |
आपराधिक षड्यंत्र | धारा 120B |
महिला से धोखाधड़ी | धारा 417 |
फर्जी कंपनी का संचालन | कंपनियों अधिनियम के तहत |
❖ News Time Nation Amethi की अपील
- प्रशासन से: जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी कर महिलाओं की राशि वापस दिलवाई जाए।
- महिलाओं से: बिना पंजीकरण, वैधता जांचे किसी भी स्कीम में पैसा न लगाएं।
- समाजसेवियों और NGO से: ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय जागरूकता अभियान चलाएं।
✅ निष्कर्ष
यह घटना अमेठी जैसे जिले में तेजी से पनप रही ठगी नेटवर्किंग योजनाओं की एक गंभीर तस्वीर पेश करती है। रूट प्योर जैसी फर्जी कंपनियां सामाजिक विश्वास का फायदा उठाकर महिलाओं को आर्थिक और मानसिक नुकसान पहुंचा रही हैं।
News Time Nation Amethi इस रिपोर्ट के माध्यम से सभी नागरिकों को सतर्क करता है