
| संवाददाता, धर्मेंद्र द्विवेदी |
बस्ती, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के लालगंज थाना क्षेत्र में हाल ही में एक घटना सामने आई, जिसमें हिंदू संगठन के नाम पर उत्पात मचाने का आरोप तीन नेताओं पर लगा। इस घटना के बाद एसपी अभिनंदन ने तत्काल एक्शन लिया और मामले में तीन नामजद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। इसके साथ ही, उन्होंने कानून हाथ में लेने के खिलाफ कड़ा संदेश दिया है।
मंदिर परिसर में हुआ विवाद
यह मामला लालगंज कस्बे के एक मंदिर परिसर का है, जहां पिछले कई वर्षों से प्रभारी चौकी का आवास मंदिर के एक कमरे में बना हुआ था। मंदिर के पुजारी और आसपास के लोगों से इस मामले को लेकर कोई समस्या नहीं थी। प्रभारी चौकी के इस आवास को लेकर किसी ने भी कभी कोई शिकायत नहीं की।
लेकिन हाल ही में, हिंदू संगठन के कुछ नेताओं ने इस आवास के बारे में आपत्ति जताई और इसे लेकर विवाद खड़ा किया। उनका आरोप था कि चौकी प्रभारी का आवास मंदिर परिसर में है, जो सही नहीं है। इसके चलते, उन्होंने इसे तोड़ने का प्रयास किया।
चौकी प्रभारी के कक्ष की दीवार तोड़ी
हिंदू संगठन के नाम पर किए गए इस उत्पात में तीन नेताओं ने चौकी प्रभारी के कक्ष की दीवार तोड़ दी, जिससे विवाद और भी बढ़ गया। इस घटना से पुलिस प्रशासन में भी हलचल मच गई। घटना के बाद, इन तीन नेताओं के खिलाफ स्थानीय पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज किया गया।
पप्पू कसौधन, राजू कसौधन, और अंकित मोदनवाल नामक तीन नेताओं के खिलाफ लालगंज थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है। इसके साथ ही कई अज्ञात लोगों पर भी आरोप लगाए गए हैं। यह पूरी घटना लालगंज कस्बे के चौकी क्षेत्र में घटित हुई, जो कि अब प्रशासनिक जांच का हिस्सा बन गई है।
एसपी अभिनंदन ने किया कानून का पालन करने का आग्रह
इस घटना के बाद, एसपी अभिनंदन ने मामले को गंभीरता से लिया और आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाई शुरू की। एसपी ने कहा कि कानून हाथ में लेने का किसी को अधिकार नहीं है और यदि किसी को किसी तरह की शिकायत हो, तो उसे सही तरीके से समाधान के लिए प्रशासन से संपर्क करना चाहिए। उन्होंने साफ शब्दों में कहा,
“कानून के दायरे में रहते हुए ही किसी भी प्रकार की शिकायत की जानी चाहिए। किसी को भी अपने हाथ में कानून लेकर ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए।”
एसपी का यह बयान एक कड़ा संदेश था, जिसमें उन्होंने कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाई की चेतावनी दी।
हिंदू संगठन के लोगों ने एसपी से की शिकायत
मामला बढ़ने के बाद, हिंदू संगठन के कुछ लोगों ने एसपी अभिनंदन से शिकायत की और कानूनी कार्यवाई की मांग की। उनका कहना था कि उनका संगठन शांति से काम कर रहा था, लेकिन उन पर झूठे आरोप लगाए गए हैं। इसके साथ ही, उन्होंने एसपी से निष्पक्ष जांच की मांग की।
एसपी ने इन शिकायतों को गंभीरता से लिया और तुरंत प्रभाव से जांच शुरू कर दी। उन्होंने इस मामले में जल्द ही निष्पक्ष और त्वरित कार्यवाई करने का आश्वासन दिया। इसके अलावा, उन्होंने डीएम कार्यालय में भी बैठक आयोजित की, जिसमें हिंदू संगठन के सभी लोग शामिल हुए।
हमारे यूट्यूब चैनल को देखने के लिए यहाँ क्लिक करें।
डीएम कार्यालय पर हिंदू संगठन के लोग पहुंचे
इस पूरे मामले में जब मामला गंभीर हुआ, तो हिंदू संगठन के लोग डीएम कार्यालय पर भी पहुंचे। उन्होंने अपनी शिकायतें दर्ज की और इस घटना में शामिल आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। इसके बाद, एसपी अभिनंदन ने खुद अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस मामले की पूरी जांच की जाए और जिन लोगों ने कानून तोड़ा है, उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।
कानून के तहत कार्यवाई: एसपी ने दिया सख्त संदेश
एसपी अभिनंदन ने अपनी बातचीत में यह भी कहा कि कानून के खिलाफ कोई भी कार्यवाही नहीं की जाएगी। उन्होंने सभी पक्षों से शांतिपूर्वक मामले को सुलझाने की अपील की और कहा कि यदि किसी को समस्या है, तो वह उचित चैनल से समाधान की कोशिश करें। एसपी ने यह भी कहा कि किसी भी संगठन को हिंसा फैलाने का अधिकार नहीं है और अगर कोई ऐसा करेगा, तो प्रशासन सख्त कदम उठाएगा।
हमारे फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करे।
क्या था मुद्दा?
मंदिर परिसर में बने चौकी प्रभारी के आवास को लेकर जो विवाद उत्पन्न हुआ था, वह धार्मिक भावनाओं से जुड़ा था। हालांकि, मंदिर के पुजारी और अन्य लोग इससे सहमत थे, लेकिन हिंदू संगठन के कुछ नेताओं का कहना था कि मंदिर में चौकी प्रभारी का आवास धार्मिक भावना के खिलाफ है। इसे लेकर उन्होंने दीवार तोड़ी और मामले को बढ़ा दिया।
हालांकि, प्रशासन की ओर से कहा गया कि यह मामला अवधारणा और समझ का था और इसे कानून के दायरे में हल किया जा सकता था।
निष्कर्ष
यह घटना बस्ती जिले के लालगंज कस्बे में हिंदू संगठन के नाम पर उत्पात मचाने वालों के खिलाफ प्रशासन की कार्यवाई का एक उदाहरण है। एसपी अभिनंदन ने इस मामले में सख्ती से कार्यवाई करते हुए यह साबित किया कि कानून का पालन सभी के लिए अनिवार्य है। इस मामले में कानूनी कार्रवाई जारी है और पुलिस प्रशासन जल्द ही इस मामले में आगे की कार्यवाई करेगा।
अभी तक की जांच में तीन प्रमुख नेता और कुछ अन्य अज्ञात लोग इस मामले में शामिल हैं, और पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।