| संवाददाता, मो. तौफ़ीक़ |
जायस नगर पालिका परिषद ने आज एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए औपचारिक रूप से डोर‑टू‑डोर कूड़ा कलेक्शन व्यवस्था का शुभारंभ किया। यह कार्यक्रम नगर पालिका कार्यालय परिसर में संपन्न हुआ, जिसमें नगरवासियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक और जिम्मेदार बनाने का उद्देश्य प्रमुख रूप से रहा।
प्रमुख कार्यक्रम और अधिकारी:
- अध्यक्ष मनीषा सिंह ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डोर‑टू‑डोर कलेक्शन के लिए वाहनों को हरी झंडी से रवाना किया।
- कार्यक्रम में उपस्थित थे:
- अधिशासी अधिकारी – शैलेन्द्र कुमार मिश्र
- जिला कार्यक्रम प्रबंधक (स्वच्छ भारत मिशन शहरी) – सूर्यप्रताप सिंह
- माननीय सभासदगण: हाजी इशरत हुसैन, शफीकुल हसन
- नगर पालिका कर्मचारी
अध्यक्ष की अपील और संदेश:
- मनीषा सिंह ने नगरवासियों से आग्रह किया कि वे गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग करें और डोर‑टू‑डोर कलेक्शन वाहनों में ही डालें।
- उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नागरिकों की सक्रिय भागीदारी ही शहर को स्वच्छ और स्वस्थ बना सकती है।
अधिशासी अधिकारी का योगदान:
- शैलेन्द्र कुमार मिश्र ने अतिथियों और नगरवासियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि: “स्वच्छता एक साझा ज़िम्मेदारी है, और इस पहल के माध्यम से हम अपने शहर को स्वच्छता की नई ऊँचाइयों तक पहुँचा सकते हैं।”
विस्तृत विश्लेषण: क्यों है यह पहल महत्वपूर्ण?
प्रमुख उद्देश्य:
- स्वच्छता को बढ़ावा देना
- स्मार्ट और प्रभावी कचरा प्रबंधन
- नागरिकों को स्वच्छता का सहभागी बनाना
इस पहल की विशिष्टताएँ:
- प्रथम बार पूरे नगर में डोरटूडोर व्यवस्था लागू
- कचरे को अलग-अलग (गीला और सूखा) कर उठाना सुनिश्चित
- सहभागी और जागरूक नागरिकों को भी सक्रिय बनाना
इस तरह की पहल से नगर परिषद न केवल स्वच्छता को बढ़ावा दे रही है बल्कि संवाद और साझेदारी के केंद्र में भी नागरिकों को रख रही है।
उत्तर प्रदेश में अन्य नगरों के अनुभव:
- जायस की तरह, अमेठी नगर पंचायत में दिसंबर 2024 को छह ई‑रिक्शा रवाना किए गए थे — यह व्यवस्था तीन चरणों में लागू की गई थी: प्रार्थना, सहमति, और फिर चरण जिसमें अलग न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की योजना थी।
- गोरखपुर मंडल में मॉडल ग्रामों में प्रतिदिन डोर‑टू‑डोर कूड़ा कलेक्शन की पहल की गई, जिसमें ग्राम पंचायतों को ई‑रिक्शा उपलब्ध कराए गए और वर्मी कंपोस्ट जैसी वित्तीय-स्वावलंबी व्यवस्था विकसित की गई।
ये उदाहरण दिखाते हैं कि यूपी में स्वच्छता और कचरा प्रबंधन को लेकर एक सकारात्मक प्रवृत्ति बनी हुई है और अमेठी की यह नई शुरुआत उसी श्रृंखला में एक मजबूत कदम है।
News Time Nation Amethi का विश्लेषण:
- समय पर पहल: अति आवश्यक समय पर स्वच्छता व्यवस्था को नया आयाम दे रही है।
- नगर की पहचान: कचरा प्रबंधन को व्यवस्थित करने से नगरवासियों की सुविधा और नगर की पहचान दोनों मजबूत होगी।
- नवीनता और सहयोग: नगरपालिका और नागरिकों के बीच सहयोग को केंद्र में रख रही है — जोकि दीर्घकालीन स्थायित्व की कुंजी है।
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आगे क्या संभावनाएँ हैं?
क्षेत्र | संभावना |
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निगरानी | GPS या रूट ट्रैकिंग से कलेक्शन की ट्रांसपेरेंसी |
विस्तार | हर वार्ड में नियमित कलेक्शन के लिए विस्तार द्वारोषित |
जन सहभागिता | स्कूलों, कॉलेजों, और सोशल मीडिया से नागरिक भागीदारी बढ़ाना |
आर्थिक लाभ | वर्मी कंपोस्टिंग व रिसाइक्लिंग से आय अर्जित करना |
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निष्कर्ष:
इस पहल से जाहिर होता है कि अमेठी प्रशासन केवल योजना नहीं, बल्कि क्रियान्वयन पर भी ध्यान दे रहा है। News Time Nation Amethi भविष्य में इस कार्यक्रम की प्रगति, नागरिकों की प्रतिक्रिया और नगरपालिका की योजनाओं पर ध्यान रखेगा।
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