संवाददाता , योगेश यादव
परिचय: मिलावटखोरी पर प्रशासन का एक्शन मोड
त्योहारी सीजन नजदीक है, और बाजारों में मिठाइयों की मांग तेज़ हो रही है। इसी बीच मिलावटी खाद्य पदार्थों की बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए सुल्तानपुर जिला प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है।
News Time Nation Sultanpur की इस ग्राउंड रिपोर्ट में पढ़ें कि कैसे उपजिलाधिकारी बल्दीराय प्रवीण कुमार और फूड सेफ्टी विभाग की टीम ने देहली बाजार और पारा बाजार की मिठाई दुकानों पर छापेमारी कर नमूने लिए और दुकानदारों को चेतावनी दी।
कार्यवाई की मुख्य झलकियां
- तारीख: 3 सितंबर 2025
- स्थान: देहली बाजार और पारा बाजार, बल्दीराय, सुल्तानपुर
- नेतृत्व: एसडीएम बल्दीराय प्रवीण कुमार
- सहयोग: खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (FSSAI) की टीम
- कार्य: मिठाइयों, खोया, पनीर आदि के नमूने लिए गए, सफाई की जांच, दुकानदारों को चेतावनी
कैसे हुई कार्यवाई?
सुबह के समय अचानक प्रशासनिक टीम दो वाहनों के साथ देहली बाजार पहुँची। टीम में खाद्य सुरक्षा अधिकारी, स्थानीय पुलिस और एसडीएम शामिल थे। मिठाई की दुकानों पर:
- मिठाइयों की गुणवत्ता जांची गई
- साफ-सफाई व्यवस्था की समीक्षा की गई
- खोया, पनीर, लड्डू और बर्फी के सैंपल लिए गए
- दुकानदारों से लाइसेंस व बिल मांगे गए
इसके बाद टीम पारा बाजार पहुंची और वही प्रक्रिया दोहराई गई।
कौन-कौन से नमूने लिए गए?
सैंपल के तौर पर लिए गए प्रमुख खाद्य पदार्थ:
- खोया
- पनीर
- मिल्क केक
- कलाकंद
- बर्फी
- बेसन के लड्डू
ये सभी नमूने राजकीय प्रयोगशाला भेजे गए, जहां इनकी जांच के बाद रिपोर्ट 10 कार्यदिवस में प्राप्त होगी।
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स्वच्छता पर विशेष जोर
टीम ने दुकानों की साफ-सफाई को लेकर भी गंभीर चिंता जताई। कई दुकानों में:
- गंदे फर्श पाए गए
- मक्खियों की भरमार थी
- कूड़ेदान ढके हुए नहीं थे
- कर्मचारी बिना दस्ताने व टोपी के काम कर रहे थे
एसडीएम प्रवीण कुमार ने इस पर सख्ती दिखाते हुए दुकानदारों को निर्देश दिए:
“यदि अगली बार निरीक्षण में गंदगी या मिलावट पाई गई, तो दुकानें सील कर दी जाएंगी और जुर्माना लगाया जाएगा।”
कानूनी कार्रवाई की चेतावनी
अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि जिन दुकानों के सैंपल मानक से नीचे पाए जाएंगे, उनके विरुद्ध FSSAI Act, 2006 के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी। इसमें:
- ₹5 लाख तक जुर्माना
- 6 माह से 3 साल तक की सजा
- लाइसेंस निलंबन या रद्द करना
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दुकानदारों की प्रतिक्रिया
अचानक हुई इस कार्यवाई से बाजार में खलबली मच गई। कुछ दुकानदारों ने इस कदम का स्वागत किया, जबकि कुछ ने नाराज़गी भी जताई।
दुकानदार मुहम्मद शरीफ (पारा बाजार):
“हमें सफाई का पूरा ध्यान रखना चाहिए, लेकिन प्रशासन को हमें भी समय देना चाहिए।”
दुकानदार पिंटू गुप्ता (देहली बाजार):
“यह अच्छा कदम है। अगर सब दुकानें मानक पर काम करेंगी तो ग्राहक का भरोसा भी बढ़ेगा।”
News Time Nation Sultanpur विशेष विश्लेषण
सुल्तानपुर जैसे छोटे शहरों में त्योहारों पर मिठाइयों की मांग चरम पर होती है। लेकिन इसके साथ ही मिलावटखोरी भी एक गंभीर समस्या बन जाती है। हमारा विश्लेषण बताता है:
- खोया और पनीर में अक्सर सिंथेटिक दूध, डिटर्जेंट, स्टार्च मिलाया जाता है
- मिठाइयों में खतरनाक रंग और घटिया तेल का उपयोग होता है
- ग्राहक अक्सर ब्रांड पर नहीं, कीमत पर ध्यान देते हैं — और वहीं से धोखा शुरू होता है
जनता के लिए क्या सीख?
क्या करें:
- ब्रांडेड दुकानों से ही खरीदें
- बिल लेना न भूलें
- पैकिंग पर FSSAI नंबर जांचें
- संदिग्ध वस्तु की शिकायत करें (FSSAI हेल्पलाइन: 1800-11-2100)
क्या न करें:
- खुली मिठाई सस्ती समझकर तुरंत न खरीदें
- त्योहार पर भारी छूट वाली दुकानों से सतर्क रहें
- बिना लाइसेंस/बिल की दुकान से खरीददारी न करें
क्या है FSSAI और उसका कार्य?
FSSAI (Food Safety and Standards Authority of India) भारत सरकार की एक स्वतंत्र संस्था है जो:
- खाद्य उत्पादों की सुरक्षा सुनिश्चित करती है
- मानक तय करती है
- सैंपल की लैब जांच कराती है
- उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना लगाती है
इसकी कार्यवाही राज्य स्तरीय खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के माध्यम से होती है।
पिछले वर्ष की तुलना में क्या बदला?
वर्ष | कार्रवाई की संख्या | सैंपल फेल | दुकानें सील |
---|---|---|---|
2024 | 12 | 3 | 1 |
2025 | 17 (अब तक) | 5 (अभी रिपोर्ट बाकी) | 2 (प्रस्तावित) |
ये आँकड़े दर्शाते हैं कि प्रशासन अब काफी सक्रिय हो गया है।
एसडीएम प्रवीण कुमार का संदेश
“हमारा उद्देश्य दुकानदारों को डराना नहीं, बल्कि उन्हें जागरूक करना है। लेकिन अगर कोई कानून तोड़ेगा, तो बख्शा नहीं जाएगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में और भी बाजारों में छापे मारे जाएंगे, ताकि सभी क्षेत्रों में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
News Time Nation Sultanpur की भूमिका
हमारा उद्देश्य है:
- जनता को मिलावटी वस्तुओं के खतरे से अवगत कराना
- प्रशासनिक कार्यवाइयों की निष्पक्ष जानकारी देना
- जिम्मेदार व्यवसायियों को प्रेरित करना
- उपभोक्ताओं को अधिकारों के प्रति जागरूक बनाना
आपका अनुभव क्या है?
क्या आपने कभी मिलावटी मिठाई खरीदी है?
क्या प्रशासन का यह कदम आपको सही लगा?
कृपया नीचे कमेंट बॉक्स में अपनी राय दें।
निष्कर्ष: स्वास्थ्य से समझौता नहीं
साफ है कि प्रशासन इस बार मिलावटखोरी को लेकर जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रहा है। और यह जरूरी भी है — क्योंकि स्वास्थ्य से बड़ा कोई त्योहार नहीं।
“News Time Nation Sultanpur” लगातार आपको सचेत करता रहेगा और भविष्य में होने वाली कार्यवाइयों की जानकारी देता रहेगा।