News Time Nation Sultanpur: पत्नी और प्रेमी की हैवानियत, सिर कटी लाश से हुआ रिश्तों का खौफनाक कत्ल बेनकाब

संवाददाता , योगेश यादव

सुलतानपुर, उत्तर प्रदेश – एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे जनपद को हिलाकर रख दिया। चांदा कोतवाली क्षेत्र के किंदीपुर बाजार में गुरुवार सुबह एक सिर कटी लाश मिलने के बाद जो राज़ खुला, उसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया।

यह कोई सामान्य हत्या नहीं थी, बल्कि एक पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही पति को मौत के घाट उतार दिया।
News Time Nation Sultanpur की यह विशेष रिपोर्ट आपको ले चलेगी उस सच्चाई की तह तक, जहाँ रिश्ते, वफादारी और भरोसा — तीनों को बेरहमी से कत्ल कर दिया गया।


कौन था महेश कुमार गौतम?

  • मृतक का नाम: महेश कुमार गौतम (उम्र 35 वर्ष)
  • पता: गांव कयामुद्दीनपुर, चांदा कोतवाली क्षेत्र
  • पेशा: निजी कार्य, गृहस्थ जीवन में शांति प्रिय व्यक्ति
  • परिवार: पत्नी पूजा, तीन छोटे बच्चे, माता-पिता, भाई

बुधवार की शाम महेश रोज की तरह घर से सामान लेने निकले, लेकिन कभी लौटकर नहीं आए।
अगले दिन सुबह किंदीपुर बाजार के पास जब लोगों ने सिर कटी लाश देखी, तो हड़कंप मच गया।


सिर कटी लाश और सनसनीखेज खुलासा

News Time Nation Sultanpur के रिपोर्टर जब मौके पर पहुंचे, तो देखा कि पूरा इलाका पुलिस, मीडिया और सैकड़ों ग्रामीणों से भरा हुआ था।

जाँच में सामने आई चौंकाने वाली सच्चाई:

  • शव की पहचान महेश कुमार गौतम के रूप में हुई।
  • हत्या उसकी पत्नी पूजा और उसके प्रेमी द्वारा की गई थी।
  • प्रेमी पास की किराना दुकान चलाता था।
  • अवैध संबंधों की आड़ में हवस और लालच का खेल खेला गया।

पत्नी का दोहरा चेहरा: बाहर आंसू, अंदर खून

घटना के बाद पत्नी पूजा ने पहले तो घर में घड़ियाली आंसू बहाए, पुलिस के साथ “रोती-बिलखती” नजर आई।
लेकिन जब जांच आगे बढ़ी, तो CCTV, कॉल डिटेल और गवाहों ने सच्चाई की परतें उधेड़ दीं।

खुलासा हुआ:

  • पूजा का प्रेम-प्रसंग करीबी दुकानदार से था।
  • महेश उनकी राह का कांटा बन गया था।
  • हत्या की पूरी साजिश पहले से रची गई थी
  • प्रेमी घटना के बाद भीड़ में शामिल होकर पुलिस से बचने का प्रयास कर रहा था।

पुलिस कार्यवाई और कानूनी पहलू

FIR विवरण:

  • दर्ज तहरीर: महेश के भाई गणेश कुमार गौतम द्वारा
  • धाराएँ: IPC की धारा 302 (हत्या), 120B (षड्यंत्र), 201 (साक्ष्य छुपाना)
  • आरोपी: पूजा (पत्नी) और उसका प्रेमी (नाम पुलिस द्वारा गोपनीय)

पुलिस का बयान:

“यह अपराध घिनौनी मानसिकता का परिणाम है। दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है। उन्हें कठोर सजा दिलाने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा।”

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तीन मासूमों पर टूटा दुखों का पहाड़

इस घटना का सबसे दर्दनाक पहलू यह है कि महेश के तीन मासूम बच्चे अब माँ और बाप दोनों से वंचित हो गए हैं।

  • एक बच्चा मात्र 5 साल का
  • दूसरे दो स्कूल में पढ़ने वाले
  • अब उनका कोई सहारा नहीं बचा

पड़ोसियों की प्रतिक्रिया:

“इन बच्चों ने क्या बिगाड़ा था? माँ-बाप की हवस ने इनकी दुनिया उजाड़ दी।”

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News Time Nation Sultanpur विश्लेषण: जब रिश्ते शिकार बन जाते हैं

सवाल उठते हैं:

  1. क्या आधुनिक संबंधों में नैतिकता खत्म होती जा रही है?
  2. क्या समाज में भरोसा इतना कमजोर हो गया है?
  3. क्या हवस रिश्तों पर भारी पड़ सकती है?

News Time Nation Sultanpur इस घटना को केवल एक पुलिस केस नहीं, बल्कि समाज में गिरते मूल्यों का आईना मानता है।


घटना स्थल की ग्राउंड रिपोर्ट – News Time Nation Sultanpur की टीम से

हमारी टीम मौके पर पहुंची और इन पहलुओं को डॉक्युमेंट किया:

  • लाश मिलने का स्थान
  • परिजनों की व्यथा
  • ग्रामीणों का आक्रोश
  • पुलिस कार्रवाई की लाइव झलकियाँ

[घटना स्थल का वीडियो देखने के लिए यहाँ क्लिक करें] (WordPress में Embed करें)


जनता की राय – News Time Nation Sultanpur POLL

सवालहाँ (%)नहीं (%)
क्या पत्नी को आजीवन कारावास मिलना चाहिए?94%6%
क्या ऐसे मामलों में फास्ट ट्रैक कोर्ट की जरूरत है?97%3%
क्या बच्चों को सरकार से सहायता मिलनी चाहिए?99%1%

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कानून और समाज – क्या बदलेगा कुछ?

यह घटना एक बार फिर यह सोचने को मजबूर करती है कि:

  • क्या पति-पत्नी के संबंधों में पारदर्शिता खत्म हो रही है?
  • क्या कानून ऐसे मामलों में पर्याप्त है?
  • क्या मीडिया को बच्चों की काउंसलिंग में भूमिका निभानी चाहिए?

News Time Nation Sultanpur चाहता है कि यह मामला न्यायपालिका और सरकार दोनों के लिए चेतावनी बने।


हमारी अपील: इंसाफ सिर्फ कोर्ट से नहीं, समाज से भी मिलना चाहिए

  • दोषियों को कठोरतम सजा दी जाए
  • बच्चों के पुनर्वास की व्यवस्था हो
  • समाज में नैतिक शिक्षा और पारिवारिक संवाद को बढ़ावा मिले

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निष्कर्ष: मौत से ज्यादा भयावह है विश्वासघात

महेश की हत्या केवल एक व्यक्ति की हत्या नहीं थी, यह उस भरोसे का कत्ल था जो एक पति अपनी पत्नी पर करता है।

आज जब तीन बच्चे माँ-बाप के बिना अनाथ हो गए हैं, तो सवाल सिर्फ न्याय का नहीं, बल्कि संवेदना और इंसानियत का है।

Khursheed Khan Raju

I am a passionate blogger. Having 10 years of dedicated blogging experience, Khurshid Khan Raju has been curating insightful content sourced from trusted platforms and websites.

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