सुल्तानपुर संवाददाता :- अंकुश यादव
सुल्तानपुर। चर्चित चिकित्सक घनश्याम तिवारी हत्याकांड के मामले में लंबे समय से गैरहाजिर चल रहे आरोपी दीपक सिंह बुधवार को अदालत में पेश हो गए। एडीजे प्रथम संध्या चौधरी की अदालत ने आरोपी की अर्जी स्वीकार करते हुए उसके खिलाफ जारी गैरजमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) और अन्य कार्रवाई निरस्त कर दी। अदालत ने आरोपी अजय नारायण सिंह और दीपक सिंह के बयान दर्ज कर सफाई साक्ष्य के लिए 29 नवंबर की तिथि निर्धारित की है।

सुल्तानपुर जिले में चर्चित चिकित्सक घनश्याम तिवारी हत्याकांड मामले में बुधवार को महत्वपूर्ण कानूनी प्रगति हुई। कोतवाली नगर के शास्त्री नगर मोहल्ले की निवासी व वादी निशा तिवारी द्वारा दर्ज कराए गए इस मुकदमे में पुलिस ने चार आरोपियों को नामजद किया था। मायंग, धनपतगंज थाना क्षेत्र के निवासी आरोपी दीपक सिंह काफी समय से अदालत में हाजिर नहीं हो रहा था। कोर्ट ने उसकी अनुपस्थिति को गंभीर मानते हुए उसके खिलाफ गैरजमानती वारंट सहित कार्रवाई शुरू कर दी थी। बुधवार को आरोपी दीपक सिंह अदालत में उपस्थित हुआ, जिसके बाद उसकी अर्जी पर सुनवाई कर अदालत ने पूर्व में जारी सभी दंडात्मक आदेश निरस्त कर दिए।

कोर्ट ने दोनों आरोपियों का बयान दर्ज किया
अदालत में आरोपी अजय नारायण सिंह और दीपक सिंह के बयान दर्ज किए गए। मामले में अभियोजन साक्ष्य पहले ही पूरा हो चुका है और अब मामला सफाई साक्ष्य के चरण में है। अदालत ने बचाव पक्ष को अपना पक्ष रखने के लिए 29 नवंबर की तिथि निर्धारित की है। 23 सितंबर 2023 को हुई इस घटना में वादी निशा तिवारी ने आरोप लगाया था कि उनके पति घनश्याम तिवारी की हत्या सोचे-समझे षड्यंत्र के तहत की गई। उनकी शिकायत पर कोतवाली नगर पुलिस ने नारायनपुर गांव के निवासी जगदीश नारायण सिंह, विजय नारायण सिंह, अजय नारायण सिंह तथा मायंग निवासी दीपक सिंह को आरोपी बनाया था।

दो आरोपियों की विचारण के दौरान मृत्यु
मामले की सुनवाई के दौरान दो आरोपी—जगदीश नारायण सिंह और विजय नारायण सिंह—की मृत्यु हो चुकी है। इस कारण अदालत ने कार्यवाही उनके विरुद्ध समाप्त कर दी थी। अब विचारण केवल अजय नारायण सिंह और दीपक सिंह के विरुद्ध जारी है। मुकदमे में अभियोजन साक्ष्य की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अदालत आरोपी पक्ष के बयान दर्ज करने की प्रक्रिया में थी। तभी दोनों आरोपी कुछ तारीखों पर गैरहाजिर हो गए, जिससे नाराज होकर अदालत ने उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई शुरू कर दी थी। फिलहाल अब दोनों आरोपी अदालत में उपस्थित हो चुके हैं और उनके बयान दर्ज कर लिए गए हैं। अदालत ने उन्हें सफाई साक्ष्य प्रस्तुत करने का अवसर देते हुए अगली सुनवाई के लिए 29 नवंबर की तारीख तय की है।
इस मामले को जिले में हाई-प्रोफाइल केस माना जा रहा है, क्योंकि मृतक घनश्याम तिवारी एक जाने-माने चिकित्सक थे और घटना के समय इसे लेकर व्यापक चर्चा हुई थी। परिजनों ने हत्या को पूर्व नियोजित बताते हुए कठोर कार्रवाई की मांग की थी।अदालत अब बचाव पक्ष द्वारा प्रस्तुत किए जाने वाले साक्ष्यों पर आगे विचार करेगी, जिसके बाद मामले की अंतिम बहस और फैसला तय होगा।