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अमेठी में बिना जांच के पूरे गांव की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव !, सांसद स्मृति ईरानी के आदेश नहीं मान रहे अधिकारी….

कोरोना से लड़ने और उसे जड़ से मिटाने के लिए केंद्र से लेकर राज्य सरकारे प्रतिबध्द हैं…लेकिन क्या आपको पता है कि सरकार की सारी योजनाओं को सिर्फ कागजों मे चलाया जा रहा है…और करोडो रुपये की फंडिंग का बंदरबाट किया जा रहा है…लेकिन ये हम नहीं कह रहे बल्कि अमेठी जिले के संग्रामपुर ब्लाक के ग्राम सरैया बड़गांव में रहने वाले लोग खुद इस बात की तस्दीक कर रहे हैं…दरअसल केंद्रीय मंत्री और सांसद स्मृति इरानी के आदेश के बाद जिले में 1 मई से लेकर 9 मई तक कोरोना जांच के लिए विशेष अभियान चलाया गया… जिसमें जिले में कुल 1812 टीमें बनाई गई…नियम के हिसाब से ये टींमें घर घर जाकर कोरोना के लक्षणों वाले व्यक्तियों का पता लगाती उसके बाद उनकी जांच करके मरीजों को अस्पताल पहुंचाती…लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं… बावजूद इसके पूरे गांव में करीब दर्जन भर से ज्यादा लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजीटिव आ गई…कुल मिला कर ऐसा समझ लीजिये की फाइलों के हिसाब से सरैया बड़गांव पूरा का पूरा संक्रमित है…जिसके बाद से जिला प्रशासन खुद हलकान है…
सरकारी फाइलों के मुताबिक जहां करीब करीब पूरा गांव संक्रमित है तो वहीं गांव वालों का साफ कहना है कि आज तारीख तक इस गांव में जांच करने तो दूर कोई पूछने तक नहीं आया…बावजूद इसके सभी लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव कैसे आ गई…
वहीं गांव में रहने वाले राजेश मिश्रा के मुताबिक सांसद स्मृति इरानी का ट्वीट देखकर उन्हे इलाज की उम्मीद दिखाई देने लगी थी…लिहाजा उन्होने अपने परिवार के संक्रमितों के इलाज के लिए प्रभारी अधीक्षक से बात की…लेकिन प्रभारी निरीक्षक ने साफ इंकार कर दिया…
इस तरह के मामले से एक बात तो साफ हो गई कि सांसद स्मृति इरानी और सीएम योगी की कोरोना से लड़ने की प्लानिंग में अधिकारी ही सबसे बड़ा बट्टा लगा रहे हैं…ये खबर हमारे संवाददाता मोहम्मद तौफीक और सहयोगी पवन मौर्या ने कवर की है…इस दौरान गांव वालों का साफ कहना है कहना है कि किसी की कोई जांच नहीं हुई बावजूद इसके रिपोर्ट पॉजिटिव कैसे आ गई…इससे साफ जाहिर हो रहा है कि जिले में सरकारी धन का बंदर बांट चल रहा है जिसके बारे में सांसद स्मृति इरानी को कानो कानो खबर तक नहीं हो रही…ऐसे में सांसद स्मृति इरानी को अगर अपने किये गए कामों को जनता तक पहुंचाना है ऐसे लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिये…

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