रिपोर्ट :- खुशबू मिश्रा
रूस की एक महिला वेलेंटीना वासिलयेव दुनिया में सबसे अधिक बच्चों को जन्म देने के अविश्वसनीय रिकॉर्ड के लिए जानी जाती हैं। 1725 से 1765 के बीच उन्होंने कुल 69 बच्चों को जन्म दिया, जो अब तक का सबसे बड़ा दर्ज रिकॉर्ड है। 27 बार गर्भवती हुईं वेलेंटीना ने जुड़वां, ट्रिपल और चौकड़ी बच्चों को जन्म देकर इतिहास में एक दुर्लभ और चमत्कारिक उदाहरण पेश किया, जो आज भी लोगों को हैरान कर देता है।
दुनिया में आज भी कई ऐसे रिकॉर्ड मौजूद हैं जो मानव क्षमताओं और प्रकृति की अद्भुत शक्ति को दर्शाते हैं, लेकिन रूस की महिला वेलेंटीना वासिलयेव की कहानी इन सभी में सबसे अलग और अद्भुत है। इतिहासकारों और मेडिकल विशेषज्ञों के अनुसार वेलेंटीना ने अपने जीवनकाल में कुल 69 बच्चों को जन्म दिया—यह संख्या आज भी दुनिया के लिए एक रहस्य और आश्चर्य का विषय बनी हुई है।

● कौन थीं वेलेंटीना वासिलयेव?
वेलेंटीना रूस के शूया (Shuya) क्षेत्र में रहने वाले किसान फ़्योदोर वासिलयेव की पहली पत्नी थीं। 18वीं शताब्दी में जीवन बहुत कठिन था और चिकित्सा सुविधाएँ लगभग न के बराबर थीं, ऐसे समय में इतने बच्चों को जन्म देना एक अत्यंत दुर्लभ और चमत्कार जैसा माना जाता है। इतिहास में उनका नाम मुख्य रूप से उनकी असाधारण जन्म क्षमताओं की वजह से दर्ज है।
● 40 साल में 69 बच्चों को जन्म
अविश्वसनीय लेकिन दस्तावेज़ों में दर्ज सच्चाई के अनुसार 1725 से 1765 के बीच—लगभग 40 वर्षों में—उन्होंने कुल 27 बार गर्भधारण किया।
इन 27 गर्भधारण में हर बार उन्होंने एक से ज़्यादा बच्चों को जन्म दिया।
उनके बच्चों का विवरण इस प्रकार है:
- 16 जोड़ियाँ जुड़वां
- 7 सेट ट्रिपल (तीन बच्चे एक साथ)
- 4 सेट चौकड़ी (चार बच्चे एक साथ)
इस प्रकार कुल संख्या होकर 69 बच्चे बनती है। यह किसी भी महिला द्वारा जन्म दिए गए बच्चों की अब तक की सबसे बड़ी संख्या है, जिसे गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने भी दर्ज किया है।

● इतनी अधिक जन्मों का वैज्ञानिक कारण?
इतना अधिक जन्म देना किसी भी दृष्टि से सामान्य घटना नहीं है।
विशेषज्ञों के अनुसार वेलेंटीना का शरीर शायद “हाइपर ओव्यूलेशन” (Hyper Ovulation) की क्षमता रखता था—जिसमें महिला एक बार में कई अंडे (eggs) रिलीज़ करती है। इससे एक साथ कई बच्चों को जन्म देने की संभावना बढ़ जाती है।
इसके अलावा, यह भी माना जाता है कि उस समय ग्रामीण महिलाएँ लगातार शारीरिक श्रम करती थीं और प्राकृतिक आहार लेती थीं, जिससे उनकी शरीर क्षमता अधिक मजबूत रहती थी।
हालाँकि 69 बच्चों का जन्म किसी भी प्राकृतिक क्षमता से कहीं अधिक है, इसलिए इसे “मानव इतिहास का दुर्लभतम उदाहरण” कहा जाता है।
● क्या सभी बच्चे जीवित रहे?
इतिहासकारों के अनुसार वेलेंटीना द्वारा जन्म दिए गए अधिकांश बच्चे शुरुआती उम्र में जीवित रहे, जो अपने आप में एक और चमत्कार है।
18वीं शताब्दी में बच्चों की मृत्यु दर (infant mortality) बहुत अधिक थी, ऐसे में इतने बच्चों का जीवित रह जाना बेहद असामान्य है।
● गिनीज रिकॉर्ड और विश्वभर में चर्चा
गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने इस घटना को आधिकारिक तौर पर दर्ज करते हुए इसे “Most prolific mother ever” की श्रेणी में रखा है।
आज भी वेलेंटीना का रिकॉर्ड अटूट है और इनके बराबर कोई उदाहरण दुनिया में नहीं मिलता।

● घटना चमत्कार या वैज्ञानिक रहस्य?
कई लोग इस घटना को चमत्कार मानते हैं, तो कुछ विशेषज्ञ इसे प्रकृति की अनोखी क्षमता का दुर्लभ उदाहरण बताते हैं।
मेडिकल विज्ञान के लिए भी वेलेंटीना की यह क्षमता एक शोध का विषय है।
वेलेंटीना वासिलयेव की कहानी केवल एक संख्या का रिकॉर्ड नहीं है, बल्कि यह मानव शरीर की अनोखी क्षमता और प्रकृति की अविश्वसनीय शक्तियों का प्रतीक है।आज भी उनका नाम इतिहास में दर्ज है और दुनिया भर में लोग इस अद्भुत घटना के बारे में जानकर आश्चर्यचकित हो जाते हैं।