गेंदे के फूल के बारे में कौन नही जानता.. भारतीय परंपरा में किसी भी पूजा पाठ में गेंदे का फूल अगर शामिल नहीं किया जाता तो माहौल जरा फीका फीका लगाता है.. देश भर में लोग गेंदा को गुल्तोरा, कलग, लालमुरुगा, हजारा, मखमली समेत कई अन्य नामो से जानते है.. आप यहीं सोच रहें होंगे की आखिर अब गेंदा आपकी सेहत कैसे बनाएगा तो जनाब आज के हमारे इस सेगमेंट में जा बाते हम आपको बताएंगे उन्हें जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे..
गेंदा के पीले-पीले फूल लगभग हर घर में पाए जाते हैं… यह जितना खूबसूरत होता है उतना ही यह आपके शरीर के लिए भी फायदेमंद होता है… आयुर्वेद के अनुसार, गेंदा के कई सारे औषधीय गुण हैं, और यह एक जड़ी-बूटी भी है… आप मोच आने पर, सूजन की समस्या और घाव में गेंदा के इस्तेमाल से फायदे ले सकते है.. इसके अलावा आप, डायबिटीज, सुजाक और मूत्र रोग में भी गेंदा के औषधीय गुण से लाभ ले सकते है.. इतना ही नहीं आंखों की बीमारी, नाक से खून बहने पर और कान दर्द सहित सांसों से संबंधित बीमारियों में भी गेंदा के औषधीय गुण के फायदा मिलते है… साथ ही साथ आप इससे खांसी, हाथों-पैरों की त्वचा का फटने और चोट आने पर भी लाभ ले सकते हैं.. आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन गेंदा के औषधीय गुण से आंखों की बीमारी का इलाज किया जा सकता है… इसके लिए आपको गेंदे के फूल की कली को पीसकर इसे आंखों के बाहर चारों तरफ लगाना होगा.. इससे आंखों की बीमारी जैसे आंखों के फूलने आदि में लाभ होता है..
गेंदा के पत्ते के रस को आंखों के बाहर चारों तरफ लगाने से भी आंखों के रोग में लाभ होता है.. वहीं अगर आप 1 से 2 बूंद गेंदा के पत्ते के रस को नाक में डालते है तो इससे आपकी नाक से खून बहने की समस्या खत्म हो जाती है… वही सांसों की नलि में सूजन होने पर भी आप गेंदा से लाभ ले सकते हैं.. इसके लिए आपको गेंदा के पौधे से बने 15-20 मिली शीत-कषाय यानी की ठंडे पानी में रात भर रखे गये रस का सेवन करना होगा.. औऱ तो और अगर आप गेंदे के फूल के बीजों की घुंडी का चूर्ण बनाकर इमसे 10 ग्राम शक्कर और एक चम्मच दही मिलाकर दिन में 3 बार सेवन करते है तो इससे खांसी और सांसों के रोग में लाभ होता है.. वहीं इससे स्तनों की सूजन को भी कम किया जा सकता है.. इसी के साथ ही आप इससे बवासीर का भी इलाज कर सकते है.. सबसे बड़ी बात आप इसके इस्तेमाल से बिवाई यानी की हाथ-पैरों की त्वचा या एड़ियों के फटने की समस्या से भी निजात पा सकते है.. औऱ तो औऱ आप इससे फोड़े फूंसी का भी इलाज कर सकते है.. इसके लिए आपको गेंदे के पत्तों को पीसकर फोड़े-फून्सी और घाव पर लगाना होगा इससे बहुत आराम मिलता है.. वहीं आप इससे वरटी यानी की ततैया जिसे हाड़ी भी कहा जाता है उसके काटने पर फैले हुए जहर को भी कम कर सकते है.. इसके लिए आपको गेंदा के पत्ते को पीसकर डंक वाले स्थान पर लगाना होगा.. इससे डंक के कारण होने वाला दर्द आदि दुष्प्रभाव कम हो जाता है.. तो इस पूरी वीडियो को देखने के बाद अब शायद आपको गेंदे के असली उपयोगो के बारे में पता चल गया होगा तो अब से याद रखिए की आप कैसे इसके इस्तेमाल से पहले बताई गई बीमारियों औऱ परेशानियों से निजात पा सकते है.